44 साल बाद लौटी बाइक ने बना दिया दीवाना बुलेट खरीदने वालों को मिला विकल्‍प

Jawa Bikes Launch : भारतीय बाजार से करीब 44 साल तक गायब रहने के बाद जावा ने धमाकेदार वापसी की है. 2019 में अपनी पहली बाइक लांच करने के बाद से अब तक महज 6 साल में ही कंपनी ने प्रीमियम बाइक सेग्‍मेंट में दूसरा स्‍थान हासिल कर लिया है. कंपनी ने मंगलवार नई जावा बाइक 42 एफजे लांच की और इस मौके पर महिंद्रा के चेयरमैन ने ब्रांड के सफल होने की कहानी भी सुनाई.

44 साल बाद लौटी बाइक ने बना दिया दीवाना बुलेट खरीदने वालों को मिला विकल्‍प
हाइलाइट्स जावा ने 44 साल बाद 2019 में पहली बाइक लांच की थी. इससे पहले 1974 में जावा का प्रोडक्‍शन बंद हो गया था. बाजार में आते ही इसकी बाइक्‍स वापस छा चुकी हैं. नई दिल्‍ली. भारतीय इतिहास में शायद यह मोटरसाइकिल का इकलौत ऐसा ब्रांड है जो महज 14 साल के लिया और 44 साल के लिए गायब हो गया. लेकिन, इतने कम समय में ही इस ब्रांड ने ऐसा जलवा बनाया कि करीब साढ़े 4 दशक तक गायब रहने के बावजूद लोग इसका नाम नहीं भूले. महिंद्रा ने इसे वापस लांच करने का प्‍लान बनाया तो बाइक लवर्स में उत्‍साह भर गया. कंपनी का भी कहना है कि हम देश के प्रीमियम बाइक सेग्‍मेंट में जल्‍द नंबर वन बनने की राह पर हैं. कंपनी ने मंगलवार को इस ब्रांड के तहत एक और बाइक को लांच किया है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं जावा (Jawa) ब्रांड की, जिसकी यज्‍दी बाइक ने एक समय देश में धमाल मचा दिया था. फिर अचानक यह बाजार से गायब हो गई. जावा को साल 2016 में महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह की प्रीमियम मोटरसाइकिल कंपनी क्‍लासिक लीजेंड्स ने खरीद लिया और इस ब्रांड को वापस जिंदा किया. कंपनी ने साल 2019 में अपनी पहली बाइक लांच की और 3 सितंबर, 2024 को इस ब्रांड ने जावा 42 एफजे बाइक पेश की. इस मौके पर महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा भी उपस्थित रहे. उन्‍होंने कहा कि समूह की प्रीमियम मोटरसाइकिल कंपनी क्लासिक लीजेंड्स एक मैराथन दौड़ में शामिल है और वह जावा जैसे पुनर्जीवित ब्रांडों के पुनर्निर्माण में किसी भी चुनौती से निपटेगी. कितनी होगी इसकी कीमत महिंद्रा ने नई जावा 42 एफजे मोटरसाइकिल की पेशकश के मौके पर कहा कि ब्रांड का निर्माण कहानियों के संकलन से ही होता है. इस बाइकी की कीमत 1.99 लाख रुपये से शुरू होती है. उन्होंने कहा, ‘कहानियों से ब्रांड बनता है. ब्रांड कहानियों के समूह के अलावा कुछ नहीं हैं. वे क्यों बने, कैसे बने. वे कैसे बढ़ते हैं. नए ब्रांड नई कहानियां बताते हैं और अक्सर सभी पुनर्जीवित ब्रांड भी नई कहानियों को बयां करते हैं’ कैसे वापस लांच हुई जावा आपको बता दें कि जावा ने भारत में इस बाइक का पहली बार प्रोडक्‍शन साल 1960 में किया था. 14 साल तक इस कंपनी की बाइक ने खूब धूम मचाया और 1974 में इसका उत्‍पादन आखिर बंद हो गया. महिंद्रा समूह ने अक्टूबर, 2016 में अपनी अनुषंगी कंपनी क्लासिक लीजेंड्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिये इस ब्रांड को फिर जीवित करने का बीड़ा उठाया. इसके बाद 2018 के आखिर और 2019 की शुरुआत में इसके 3 मॉडल को उतारा गया. आते ही फिर छा गई बाइक महिंद्रा समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक अनीश शाह का कहना है कि कंपनी देश में प्रीमियम मोटरसाइकिल खंड में दूसरे स्थान पर अच्छी स्थिति में है और शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए उत्सुक है. उन्‍होंने कहा कि जावा 42 एफजे मोटरसाइकिल प्रदर्शन और कीमत के मानदंडों की नई सीमा तय करती है. यह बाइक ज्‍यादा माइलेज देने के साथ स्‍पीड में भी अच्‍छी है और इसका इंजन भी अपनी समकक्ष बाइक के मुकाबले छोटा और ताकतवर है. इटली में बना इसका इंजन भारत में लांच की गई जावा बाइक का इंजन इटली में बनाया गया है. इसका डिजाइन भी पूरी तरह पुरानी बाइक जैसा ही है और साउंड भी उसी तरह रखने की कोशिश की गई है. हालांकि, कई मायनों में यह अपनी प्रतिद्वंदी रॉयल इनफील्‍ड की बाइक क्‍लासिक 350 और हंटर से अलग है. बात चाहे वजन की हो, माइलेज या फिर स्‍पीड की. जावा की बाइक अपने प्रतिद्वंदियों पर बीस साबित होती है. बुलेट को मिल रही कड़ी टक्‍कर जावा की बाइक और बुलेट की क्‍लासिक 350 में तुलना करें तो यह कई मायनों में भारी पड़ती है. जावा की बाइक को 6 स्‍पीड गियरबॉक्‍स के साथ लांच किया गया है. इसमें सिंगल सिलेंडर, लिक्विड कूल्‍ड 293 सीसी का 27 हॉर्स पॉवर और 28 एनएम टॉर्क वाला इंजन दिया गया है. इसके मुकाबले रॉयल इनफील्‍ड क्‍लासिक 360 में 5 स्‍पीड गीयरबॉक्‍स है. जावा का वजन 170 किलोग्राम तो क्‍लासिक 360 का 192 किलोग्राम है. हल्‍की होने से यह ज्‍यादा माइलेज देगी. इसके अलावा बाइक के पिछले पहियो में एबीएस के साथ डिस्‍क ब्रेक भी दिया गया है. Tags: Anand mahindra, Auto News, Bike news, Bullet BikeFIRST PUBLISHED : September 4, 2024, 11:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed