बिहार के इस जिले में सोमवार से लौट रहे खुशियों वाले दिनहोने जा रहा बड़ा काम
बिहार के इस जिले में सोमवार से लौट रहे खुशियों वाले दिनहोने जा रहा बड़ा काम
Bihar News: बिहार के गन्ना किसान प्राय: सोचते हैं कि हमें भी उत्तर प्रदेश या महाराष्ट्र के किसानों की तरह सुविधाएं क्यों नहीं मिलती? पर अब किसानों की यह चिंता दूर होने वाली है और आगामी सोमवार से गोपालगंज का विष्णु सुगर मिल में गन्ना पेराई का काम शुरू होने वाला है. इसके लिए मिल ने टारगेट भी सेट किये हैं जिसकी डिटेल जानकारी आगे दी गई है.
हाइलाइट्स गोपालगंज के विष्णु सुगर मिल में गन्ना पेराई सत्र सोमवार से शुरू होगी. डेढ़ लाख पर्ची गन्ना किसानों के बीच वितरित किया गया, तैयारियां पूरी. 55 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का है लक्ष्य, किसानों को मिलेंगे कई फायदे. मिल महाप्रबंधक और डायरेक्टर ने गन्ना किसानों के साथ किया संवाद.
गोपालगंज. बिहार के गोपालगंज में गन्ना किसानों के लिए चीनी मिलें तैयार हो चुकीं हैं. सारण के सबसे बड़ा विष्णु सुगर मिल में 18 नवंबर से 2024-25 के लिए गन्ना पेराई सत्र की शुरुआत हो रही है. इस सत्र में मिल द्वारा 55 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य रखा गया है. शनिवार को सत्र की शुरुआत से पहले चीनी मिल के महाप्रबंधक पी.आर.एस. पणीकर और मिल के डायरेक्टर दिव्यांग बाजोरिया ने मिल में तैयारियों का निरीक्षण किया और किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इस अवसर पर मिल के अधिकारियों ने गन्ना उत्पादकों के लिए अलग-अलग योजनाओं और सुविधाओं की जानकारी दी, जिनसे किसानों को गन्ना आपूर्ति में कोई दिक्कत न हो.
पार्किंग और यार्ड में विस्तार : पेराई सत्र के दौरान जिला मुख्यालय में गाड़ियों के जाम की समस्या से निपटने के लिए विष्णु सुगर मिल ने पार्किंग यार्ड का विस्तार किया है. डायरेक्टर दिव्यांग बाजोरिया ने बताया कि इस साल यार्ड में 750 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था की गयी है. इससे गन्ना लाने वाले किसानों को गाड़ियों को खड़ा करने में कोई समस्या नहीं होगी. पिछली बार जहां दो कांटों से गाड़ियों की तौल की जाती थी, वहीं इस साल एक और नया 80 टन का कांटा लगाकर तौल प्रक्रिया को तीन गुना अधिक तेज किया गया है. इस कदम से मिल के बाहर गाड़ियों की लंबी कतारें कम हो सकेंगी और किसानों को अपने गन्ने को जल्दी से तौलवाने में आसानी होगी.
इंट्री गेट की संख्या में बढ़ोतरी
मिल प्रशासन ने पिछले सत्र से सीखते हुए किसानों के लिए गेट की संख्या बढ़ा दी है. पिछले साल गन्ना लाने के लिए केवल दो इंट्री गेट थे, लेकिन इस बार किसानों की सुविधा को देखते हुए पांच इंट्री गेट खोले गए हैं. इससे गन्ना लाने वाले किसानों को मिल में प्रवेश करने में कोई भी रुकावट नहीं होगी और वे बिना किसी परेशानी के अपने गन्ने की आपूर्ति कर सकेंगे. उपमहाप्रबंधक (गन्ना) डॉ. वी.के. द्विवेदी ने बताया कि एसएमएस के माध्यम से किसानों के मोबाइल पर समय-समय पर चालान जारी किए जाएंगे, जिससे गन्ना लाने के लिए किसानों को पहले से ही सूचित किया जाएगा और शहर में जाम की स्थिति से बचा जा सकेगा. गोपालगंज में किसानों के साथ बैठक करते मिल के महाप्रबंधक
नए नियमों के तहत पर्ची व्यवस्था
विष्णु सुगर मिल के के.के. बाजोरिया ने इस साल गन्ना आपूर्ति के लिए एक नया तरीका अपनाया है. किसानों को पर्ची मिलने के बाद ही अपने गन्ने की कटाई करनी होगी और उन्हें ताजा, छीला हुआ गन्ना मिल में लाकर देना होगा. मिल प्रशासन ने अब तक 1.5 लाख क्विंटल के लिए पर्चियां जारी कर दी हैं और यह प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी. सभी प्रकार की गाड़ियों का टोकन मिल के इंट्री गेट पर दिया जाएगा और बैलगाड़ियों को विशेष रूप से बैलगाड़ी गेट से प्रवेश दिया जाएगा.
किसानों के लिए सहायक सुविधाएं
विष्णु सुगर मिल प्रशासन ने किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए हेल्प डेस्क की स्थापना की है. किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या होने पर वे हेल्प डेस्क पर संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा, गन्ना मूल्य का भुगतान समय पर किसानों के खातों में किया जाएगा, जिससे उन्हें गन्ना बिक्री से संबंधित आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े. चीनी मिल में पहुंची गन्ना किसानों की गाड़ियां
गन्ना उत्पादकों में उत्साह
मिल के अधिकारियों का कहना है कि इस वर्ष गन्ना पेराई सत्र की तारीख की आधिकारिक घोषणा के साथ ही गन्ना किसानों में खुशी की लहर दौड़ गयी है. किसानों का मानना है कि इस बार पेराई सत्र की शुरुआत के साथ उनकी समस्याओं का समाधान होगा और उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. विष्णु सुगर मिल ने किसानों की सभी प्रकार की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए इस सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए पूरी तैयारी की है.
Tags: Gopalganj newsFIRST PUBLISHED : November 17, 2024, 08:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed