जब भारतीय मिसाइल बोटों ने कराची हार्बर पर बरसाई थी आग
जब भारतीय मिसाइल बोटों ने कराची हार्बर पर बरसाई थी आग
ईस्ट पाकिस्तान की सप्लाई लाईन को नौसेना ने पूरी तरह से काट दिया, पूर्वी पाकिस्तान में भेजी जा रही हथियारो से भरा मर्चेंट शिप को भी नष्ट किया. 10 मिनट से कम समय में ही पूरे आपरेशन को अंजाम दिया गया.
INDIAN NAVY DAY: भारतीय नौसेना दिवस हर साल 4 दिसंबर को मनाया जाता है . इस बार ये उड़ीसा के पुरी में आयोजित हो रहा है. लेकिन अगर हम ये कहें कि ये दिवस हर साल पाकिस्तान की वजह से मनाते हैं, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए. इसे जानने के लिए 1971 की जंग में जाना होगा जब भारत और पाकिस्तान के बीच भीषण जंग हुई और उस जंग के बाद कई चीजें एक साथ हुई, एक देश के दो टुकड़े, एक नया देश बना और भारतीय नौसेना को उनका दिवस मिला. कराची के नेवल बेस पर एक के बाद कई मिसाईल दाग कर पूरे बेस को ही तहस नहस कर दिया. ये दिन था 4 दिसंबर 1971 जब भारतीय नौसेना ने ऑफेंसिव ऑपरेशन लॉंच किया जिसका नाम दिया गया ऑपरेशन “ट्राइडेंट”. इस ऑपरेशन में भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के एक डेस्टड्रॉयर, एक माईन स्वीपर , एम्युनेशन से भरे कार्गो वेसल और कराची पोर्ट पर फ़्यूल स्टोरेज को तबाह कर दिया. और ये एक ट्रेनिंग प्वाइंट था 1971 की जंग का. ईस्ट पाकिस्तान तक जाने के दो रास्ते थे एक तो भारत की पूरी एयर स्पेस को पार करते हुए जाना, जो कि जंग के दौरान तो पाकिस्तान के लिए संभव नहीं था तो दूसरा रास्ता था समुद्र के रास्ते वहाँ तक पहुंचना. लेकिन भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी नौसेना को अरब सागर में ही चोक कर दिया . तीन मिसाइल बोट ने ही एसा ग़दर मचाया कि पाकिस्तान के होश फ़ाख्ता हो गए .
धुआं धुआं कर दिया था कराची को
दिल्ली और वेस्टर्न नेवल कमांड ने बनाया कराची पोर्ट सिटी को निशाना बनाने का प्लान. इसके लिए चुना गया तीन विद्युत क्लास मिसाइल बोट को . इनके नाम INS वीर , INS निर्घत और INS निपट . मिसाइल बोट एक छोटे आकार कर फास्ट अटैक वॉरशिप जो कि एंटी शिप मिसाइल से लेस होते हैं. इन तीनों बोट को गुजरात के ओखा के पास पाकिस्तान में इमरजेंसी लागू होने बाद तैनात किया था. इसके अलावा एंटी सबमरीन कोर्वेट INS किल्तन और INS कटछल और टैंकर INS पोषक को तैनात किया. भारतीय नौसेना के इन 6 वॉरशिप ने कराची के पाकिस्तानी नौसेना के मुख्यालय को बारह बजा दिए. इस ऑपरेशन को चेस के खेल की तरह अंजाम दिया गया. एक एक मोहरा सोच समझ कर चला गया . पहले बोट ने अपनी पोजिशन को कराची से 450 किलोमीटर दूर रखा लेकिन जैसे ही रात हुई इनकी पोजिशन को बदला गया और पहला टार्गेट बना पाकिस्तानी बैटल क्लास डेस्ट्रॉयर PNS ख़ैबर. INS निर्घत ने दो मिसाइल लॉंच कर इसे डुबो दिया. वहीं INS निपट ने एक डेस्ट्रॉयर PNS शाहजहाँ और हथियारों गोलाबारूद से भरे मर्चेंट वेसल वीनस चैलेंजर्स को निशाना बनाया. इसी बीच INS वीर ने पाकिस्तानी माइन स्वीपर PNS मुहाफिज को स्ट्राइक किया और वो तुरंत डूब गया. तब तक INS निपट बड़ी तेजी से आगे बढ़ते हुए कराची तट की तरफ बढ़ा और फिर जो हुआ वो लोगों ने सात दिन तक पूरे कराची ने देखा. पूरा का पूरा फ़्यूल डिपो ही धुआँ धुआँ कर दिया और ये धुंआ 7 दिन तक उठता रहा . कराची पोर्ट के ख़त्म होते ही ईस्ट पाकिस्तान में लड़ रहे पाकिस्तानियों की सप्लाई लाईन ही काट गई और वहीं से ईस्ट पाकिस्तान में उनका दम घुटने लगा क्योंकि बाकी कोर कसर भारतीय थल सेना और वायुसेना ने पूरी कर दी और पाकिस्तान को हथियारों डालने पड़े. और 1982 से भारतीय नौसेना ने 4 दिसंबर को अपने जाँबाज़ों की शान में नौसेना दिवस मनाना शुरू किया
Tags: Indian navyFIRST PUBLISHED : December 4, 2024, 07:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed