टीबी की नई दवाई पुरानी से 90% ज्यादा कारगर एक्सपर्ट बोले- अब आसानी से ले सकते हैं सांस

New Medicine for Tuberculosis: न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित नई जेनिक्स रिसर्च में कहा गया है कि कम खुराक के साथ प्रभाव की चिंताओं को दूर करते हुए 3 मेडिसिन आधारित नया ट्रीटमेंट मौजूदा मेडिसिन के मुकाबले 90 प्रतिशत से ज्यादा सफल है. नई दवा 18 से 24 महीने की उपचार अवधि को लगभग छह महीने तक कम कर सकती है.

टीबी की नई दवाई पुरानी से 90% ज्यादा कारगर एक्सपर्ट बोले- अब आसानी से ले सकते हैं सांस
हाइलाइट्सटीबी की नई दवाई पुरानी से 90% ज्यादा कारगर. नई दवा 18 से 24 महीने की उपचार अवधि को लगभग छह महीने तक कम कर सकता है.पहले मरीज को रोजाना लगभग 14 अलग-अलग टीबी रोधी दवाएं लेनी पड़ती थीं, लेकिन अब यह संख्या तीन होगी. नई दिल्ली. टीबी के मरीजों को लेकर एक राहत की खबर है. न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित नई जेनिक्स रिसर्च में कहा गया है कि कम खुराक के साथ प्रभाव की चिंताओं को दूर करते हुए 3 मेडिसिन आधारित नया ट्रीटमेंट मौजूदा मेडिसिन के मुकबाले 90 प्रतिशत से ज्यादा सफल है. बेडाक्विलाइन-प्रीटोमेनिड-लाइनजोलिड रेजिमेन, जिसे बीपीएएल रेजिमेन के रूप में भी जाना जाता है. इन दवाओं में टीबी के खिलाफ अत्यधिक प्रभाव देखा गया है. नई दवा 18 से 24 महीने की उपचार अवधि को लगभग छह महीने तक कम कर सकती है. इसके अलावा, पुराने ऑल ओरल ड्रग रेजिमेन में एक मरीज को रोजाना लगभग 14 अलग-अलग टीबी रोधी दवाएं लेनी पड़ती थीं, लेकिन अब यह संख्या तीन तक सीमित रहेगी. 1 सितंबर को प्रकाशित “बेडाक्विलाइन-प्रीटोमेनिड-लाइनजोलिड रेजिमेंस फॉर ड्रग-रेसिस्टेंट ट्यूबरक्लोसिस” शीर्षक के रिसर्च के अनुसार, “सभी चार बेडाक्विलाइन-प्रीटोमेनिड-लाइनजोलिड उपचार समूहों में कुल 84 से 93 प्रतिशत प्रतिभागियों पर इसके ट्रायल का अनुकूल परिणाम पाया गया. नया ट्रायल लाइनजोलिड की उचित खुराक तीन दवाओं में से एक, और अत्यधिक दवा प्रतिरोधी टीबी के खिलाफ प्रभावकारिता बनाए रखते हुए जहरीले प्रभाव को कम करने के लिए इस दवा के साथ उपचार की अवधि का पता लगाने के लिए किया गया था. रिसर्च में पाया गया है कि नवीनतम उपचार ने आधी खुराक के साथ भी अनुकूल परिणाम दिखाए हैं. रिसर्च में निष्कर्ष निकाला गया है कि समग्र जोखिम-लाभ अनुपात उस समूह का समर्थन करता है जिसे 26 सप्ताह के लिए 600 मिलीग्राम की खुराक पर लाइनजोलिड के साथ तीनों दवाओं को दिया गया था. क्या है बीपीएएल यह टीबी के लिए एक नई दवा है, भारत सहित वैश्विक स्तर पर मार्केट में आने की प्रक्रिया में है. दवा एक गैर-लाभकारी संगठन, टीबी एलायंस द्वारा विकसित, प्रीटोमैनिड नवीनतम टीबी विरोधी दवा है, जिसे बीपीएएल रेजिमेन के हिस्से के रूप में निर्धारित किया गया है, जिसमें बेडाक्विलाइन और लाइनजोलिड शामिल है. चिकित्सकों का मानना है कि बीपीएएल संयोजन में यह नई दवा उपचार की अवधि को आधा (और अधिक) कम कर देगी, और उपचार के दौरान एमडीआर-टीबी रोगी द्वारा ली जाने वाली दवा की मात्रा को कम कर देगी. बीपीएएल भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण नई दवा बीपीएएल की शुरुआत ऐसे समय में हुई है जब भारत की टीबी रिपोर्ट के आंकड़ों से पता चला है कि टीबी या बहु-दवा प्रतिरोधी टीबी की दवा की खुराकों को तत्काल कम करने की आवश्यकता है. ग्लोबल टीबी रिपोर्ट 2021 के अनुसार, भारत में 2019 और 2020 के बीच टीबी के सभी रूपों के कारण मृत्यु दर में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Health News, TBFIRST PUBLISHED : September 01, 2022, 14:03 IST