हुस्न तेरा तौबा कश्मीर जाने से पहले देख लें ये खूबसूरत नजारा

कश्मीर में बर्फबारी का आलम यह है कि नेशनल हाइवे पर 5 से 10 फीट बर्फ जम गई है. गाड़ियों की आवाजाही के लिए बर्फ को हाइवे से हटाने का काम लगातार जारी है. किश्तवाड़ को कश्मीर घाटी से जोड़ने वाला NH 244 से भी बर्फ को हटाने का काम जारी है. बर्फबारी के बाद कश्मीर का हुस्न इस कदर निखरा है कि देखते ही बनता है. मौसम विभाग ने बताया कि उत्तरी कश्मीर में मशहूर टूरिस्ट स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए आधार शिविर पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. श्रीनगर में तापमान शून्य से 2.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात यह शून्य से 2.6 डिग्री सेल्सियस नीचे था. मौसम विभाग ने बताया कि कश्मीर के प्रवेश द्वार काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 7.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया और ये घाटी में सबसे अधिक ठंडा स्थान रहा. पंपोर शहर के कोनीबल में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा. विभाग ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि दक्षिणी कश्मीर के कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.6 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा. वर्तमान में कश्मीर घाटी चिल्ला-ए-कलां (सर्वाधिक ठंड की अवधि) की चपेट में है. इसे सर्दियों का सबसे कठिन समय माना जाता है, जो 21 दिसंबर से शुरू हुआ था. चिल्ला-ए-कलां की 40 दिनों की अवधि के दौरान सबसे अधिक बर्फबारी होती है. चिल्ला-ए-कलां 30 जनवरी को खत्म हो जाएगा, लेकिन शीतलहर जारी रहेगी. 40 दिनों के चिल्ला-ए-कलां के बाद 20 दिवसीय चिल्ला-ए-खुर्द और 10 दिन का चिल्ला-ए-बच्चा भी होगा जब घाटी में ठंड में धीरे-धीरे कमी आएगी.

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