बाढ़ पीड़ितों से सीएम योगी आदित्यनाथ से की मुलाकात बचाव कार्यों का लिया

kushinagar news: मॉनसून के इस सीजन में उत्तर प्रदेश के कुछ जिले बाढ़ से जूझ रहे हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर में बाढ़ पीड़ितों से जाकर मुलाकात की है. योगी आदित्यनाथ के साथ जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहे. सीएम ने पीड़ितों का हाल जाना.

बाढ़ पीड़ितों से सीएम योगी आदित्यनाथ से की मुलाकात बचाव कार्यों का लिया
कुशीनगर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर में बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनके जख्मों पर मरहम लगाया. कुशीनगर के खड्डा तहसील क्षेत्र के बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने भैंसहा गांव में छितौनी बांध पर चल रहे बांध बचाव कार्य का जायजा लिया. जल शक्ति मंत्री स्वस्तंत्र देव सिंह के साथ पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेने के साथ ही बांध बचाव कार्य में किसी तरह की लापरवाही न बरतने का निर्देश दिए. इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद लोगों से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान वहां मौजूद बच्चों से मुख्यमंत्री ने पूछा कि स्कूल जाते हो. बच्चों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री खड्डा नगर के तुर्कहा प्राथमिक विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे. जहां नौनिहाल बच्चों को गोद में लेकर अन्नप्राशन कराया. इस दौरान सीएम ने भारी बारिश और आंधी में नष्ट हुए केले की खेती करने वाले किसानों को मुआवजा प्रदान किया. बाढ़ पीड़ितों को सीएम ने दी राहत सामग्री मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से कुछ बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री किट प्रदान की. इसके बाद मंच पर पहुंचे सीएम ने हाथ उठाकर सभा स्थल पर मौजूद लोगों का अभिवादन किया. मंच में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रेता इलाके को जोड़ने के लिए नारायणी नदी पर पक्का पुल बनाने के लिए सर्वे कार्य शुरू करने का निर्देश दिया. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि कुशीनगर में नारायणी और अन्य सहायक नदियों से बाढ़ बचाव के लिए पिछले 7 वर्षों में लगभग 600 करोड़ रुपए के कार्य हुए हैं. जिससे हजारों हेक्टेयर भूमि और 20 लाख से अधिक आबादी को बचाया गया है. कुशीनगर में नदी का बहाव तेज फिर भी बचाव कार्य से बहुत कुछ बचाया जा सका है. याद करिए आज से 7 वर्ष पहले इस इलाके में जंगल पार्टी के लोग हावी थे. तटबंध के बचाव कार्य के लिए सिंचाई विभाग के जो अधिकारी काम करते थे उनकी निर्मम हत्या होती थी, माफिया हावी थे. इसके कारण भय माहौल हुआ करता था सूर्यास्त के बाद लोग आना जाना बंद कर देते थे. नदी पर पक्का पुल बनाने की मांग पर रहेगा जोर आज आतंक, समाप्त गुंडागर्दी समाप्त, बाढ़ बचाव के लिए किए गए कार्यों का परिणाम है कि आज जनता राहत महसूस कर रही है. कुशीनगर को यही जरूरत थी. महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली होने के कारण दुनिया शांति, मैत्री और करुणा की धरती के रूप में कुशीनगर को देखती है और कुशीनगर को दुनिया का आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए ही सरकार लगातार प्रयास कर रही है. वह आज मूर्त रूप में दिखाई दे रही है. नारायणी नदी पर पक्का पुल की पुरानी मांग पर बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा की कुशीनगर के  नारायणपुर, मरचहवा, शिवपुर, बसंतपुर और महाराजगंज के कुछ गांव के लोगों के आवागमन के लिए पक्के पुल के लिए सर्वे का कार्य अभी से शुरू किया जाए. स्थानीय प्रशासन को अभी से देखना चाहिए की इस स्थान का निर्धारण करे की कहां ब्रिज अच्छा बने, सुरक्षित बने जिससे लोगों को आवागमन सुलभ हो. बाढ़ पीड़ितों के दुख पर लगाया मरहम सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों के दुख पर मरहम लगाते हुए कहा कि हम आपके सुख और दुख दोनों में आपके साथ खड़े हैं आपको दुख न उठाना पड़े इसके लिए समय से पहले काम शुरू करती है. लेकिन अगर फिर भी आपको कोई दैवीय आपदा झेलनी पड़ती है तो हम उसका भी निदान करेंगे. इसीलिए आज मैं सभी लोगों के साथ आपके लिए उपस्थित हुआ हूं. आज गरीबों को हर तरह का लाभ प्राप्त हो रहा है. इस जिले की सबसे पिछड़ी जाति मुसहर को किसी तरह का लाभ नहीं प्राप्त था लेकिन हमने उन्हें न केवल जमीन का पट्टा दिया बल्कि उनका राशन कार्ड बनाया. उन्हें आयुष्मान कार्ड दिया. हम गरीबों के साथ खड़े हैं  हम महिलाओं को वृद्धास्था पेंशन, दिव्यांग जन पेंशन देकर उन्हें आगे लाने का काम किया है. आने वाले समय में कोई परेशानी न हो इसके लिए गांव गरीब नौजवान के साथ खड़े होकर काम कर रहे है. Tags: CM Yogi Adityanath, Kushinagar news, UP newsFIRST PUBLISHED : August 4, 2024, 19:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed