चीयर्स! दबा के जाम छलका रही पब्लिक यहां 8 महीने में पी गए 3 लाख पेटी बियर
चीयर्स! दबा के जाम छलका रही पब्लिक यहां 8 महीने में पी गए 3 लाख पेटी बियर
कर्नाटक में अल्कोहल की बिक्री की सलाना रिपोर्ट आई है. इस साल राज्य में लोगों ने शराब (व्हिस्की, रम) की जगह जमकर बीयर की खरिदारी की है. इस मात्र 8 महीने में 3 लाख से अधिक पेटी बीयर की बिक्री हुई है. वहीं, इसके वजह से सरकार को राजस्व की कमी में नुकसान में कमी भी आई है.
बेंगलुरु: भारत के कर्नाटक में शराब की खपत को लेकर एक ताजा रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट के अनुसार राज्य में हार्ड लिकर (जैसे कि व्हिस्की, रम इत्यादि) की बिक्री में कमी आई है, जबकि लोगों के बीच बीयर के प्रति दीवानगी बढ़ती गई है. वहीं, भारतीय निर्मित शराब (आईएमएल) की बिक्री में अप्रैल से नवंबर के दौरान सालाना आधार पर 0.6% से थोड़ा अधिक की मामूली गिरावट दर्ज की गई, जबकि कर्नाटक में बीयर की बिक्री में 10.9% की वृद्धि हुई.
कर्नाटक राज्य उत्पाद शुल्क विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, आठ महीनों के दौरान भारतीय निर्मित शराब के 466 लाख कार्टन बॉक्स बेचे गए, जबकि पिछले साल यह संख्या 469 लाख थी. दूसरी ओर, बीयर की धुआंदार बिक्री हुई है. आंकड़ों पर ध्यान दें तो पिछले आठ महीनों में 313.5 लाख कार्टन बॉक्स बीयर बेची गई, जबकि पिछले साल इसी समय में 282.6 लाख पेटी बीयर बेची गई थी.
किस महीने कितने बिक्री
हर साल अक्टूबर और नवंबर महीने में बीयर की बिक्री में सालाना गिरावट दर्ज की जाती है. आईएमएल की बिक्री बढ़ती है. वहीं, गर्मी के सीजन अप्रैल, मई, जुलाई, अगस्त और सितंबर में बीयर की ताबड़तोड़ बिक्री हुई है. वहीं अप्रैल, मई, अगस्त, अक्टूबर और नवंबर में आईएमएल की बिक्री भी बढ़ी. हालांकि, जून में बीयर और आईएमएल दोनों की बिक्री में पिछले साल की तुलना में गिरावट देखी गई.
देशी मेड शराब/बीयर की बिक्री में गिरावट
पिछले साल के उलट इस साल आईएमएल की बिक्री में गिरावट दर्ज हो रही है. वाइन मर्चेंट्स एसोसिएशन ने बढ़ती कीमत को वजह माना है. बेंगलुरु क्लस्टर, फेडरेशन ऑफ वाइन मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष, करुणाकर हेगड़े ने कहा, ‘पिछले दो वर्षों में तीन बार 10% की कुल बढ़ोतरी के कारण बिक्री में कमी आई. लेकिन 2 महीने सरकार ने हाईक्वालिटी की व्हिस्की, ब्रांडी और रम की कीमतों में 20% की कमी की, जिससे बिक्री बढ़ी है.
कोविड के बाद से बीयर की बिक्री बढ़ी
राज्य में गर्मी के सीजन में बीयर की खूब मांग रहती है. इस साल सरकार ने ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए जून में कीमतों में बढ़ोतरी की. जिसके बाद सेमी-प्रेमियम और प्रीमियम शराब की बिक्री गिर गई. हालांकि गिरते बिक्री को देखते हुए सरकार ने अगस्त में रिव्यू कर कीमतों में कमी लाई. वहीं, एक अधिकारी बताया कि कोविड के बाद से बीयर की बिक्री हमेशा अधिक रही है. बीयर की खपत में काफी वृद्धि हुई है, कीमतें अधिक किफायती होने की वजह से बिक्री बढ़ने में मदद मिली.
विभाग के राजस्व में इस साल सालाना आधार पर 6.5% की वृद्धि देखी गई है (22,168 करोड़ रुपये से बढ़कर 23.6 करोड़ रुपये), लेकिन वार्षिक लक्ष्य की प्राप्ति पिछले साल के 64% की तुलना में इस साल 61% रही. सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि शराब की कीमतों में सुधार ने राजस्व घाटे को 200 करोड़ रुपये तक कम कर दिया. शराब बिक्री से 2024-25 के लिए राजस्व लक्ष्य 38,525 करोड़ रुपये है.
Tags: Karnataka, Liquor shopFIRST PUBLISHED : December 5, 2024, 09:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed