बचपन की घटनाओं ने बदल दी जिंदगी! हासिल किया ये मुकाम लोगों कर रही सेवा

संतोष हेल्थ केयर ग्रुप में श्वेता चौधरी आज सीएसआर हेड के पद पर कार्यरत है और लोगों की सेवा कर रही हैं. बचपन में ही उन्होंने ठान लिया था कि कुछ ऐसा करना है जिससे एक हस्ताक्षर पर ही किसी की मदद हो जाए.

बचपन की घटनाओं ने बदल दी जिंदगी! हासिल किया ये मुकाम लोगों कर रही सेवा
विशाल झा/गाज़ियाबाद. बचपन में सभी का बड़े होकर कुछ बनने का सपना होता है. लेकिन कई बार कुछ ऐसा हो जाता है जिससे जीवन का लक्ष्य निर्धारित तो होता है. गाज़ियाबाद की श्वेता चौधरी ने कड़े संघर्ष को झेलते हुए एक बड़े मकसद के साथ अपनी पढ़ाई की और आज संतोष हेल्थकेयर ग्रुप में सीएसआर हेड के पद पर तैनात है. यहां तक आने का सफर आसान नहीं रहा उन्होंने इस बीच कई उतार-चढ़ाव का सामना किया. श्वेता बताती हैं कि अपने गांव में पढ़ाई के दौरान उन्होंने कई लोगों को स्वास्थ की खराब व्यवस्था के कारण अपनी जान से हाथ धोते देखा. उस वक़्त ग्रामीण क्षेत्र में ना बेहतर ट्रांसपोर्ट होते है और ना ही अच्छे अस्पताल. किसी मरीज को शहर तक इलाज के लिए ले जाने के लिए भी ट्रांसपोर्ट नहीं होता था. तब हेल्थ केयर सिस्टम भी इतना एडवांस नहीं था, तभी सोचा था कि इसी क्षेत्र में किसी ऐसे पद पर तैनात होना है जिससे एक हस्ताक्षर से दूसरों की जिंदगी बदल सकूं और उन्हें इलाज मुहैया करा सकू. हॉस्टल लाइफ में क्लास बंक करने में आता था मजा हेल्थकेयर इंडस्ट्री में काम करते हुए श्वेता चौधरी को लगभग 14 से 15 साल हो गए हैं. गरीब लोगों को बेहतर इलाज मिल सके इसलिए अब श्वेता एनसीआर के कई ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर वहां की स्थिति को समझने का काम कर रही हैं. जो मरीज पैसे खर्च नहीं कर सकते उनको अपने स्तर पर इलाज देती है. अपने पुराने किस्से को सांझा करते हुए श्वेता बताती हैं कि जब वह हॉस्टल में पढ़ाई कर रही थी तब दोस्तों के साथ मिलकर कई क्लासेज बंक करती थी. जिस कारण से रजिस्ट्रार से कई बार डांट पड़ी थी. अब जीवन में मस्ती करने का और दोस्तों से मिलने का बेशक समय नहीं मिल पाता है लेकिन सभी किस्से आज भी यादों में ताजा है. मैनेजमेंट इंडस्ट्री में बनाना है करियर तो अपनाएं ये टिप्स अगर कोई छात्र मैनेजमेंट या हेल्थकेयर इंडस्ट्री में अपना भविष्य बनाना चाहता है तो उसे टाइम मैनेजमेंट पर काम करना सबसे ज्यादा जरूरी है. कम समय में ही ऑफिस के सारे टास्क न केवल पूरा करना बल्कि अपना बेस्ट आउटपुट देना भी जरूरी है. दूसरा स्थिरता पर बहुत ध्यान देना है, कम समय में ज्यादा जॉब स्विच करने की जगह वर्किंग एनवायरनमेंट को समझने की जरूरत है. इसके साथ ही अपने स्वभाव को विनम्र रखना है और एंगर मैनेजमेंट पर काम करना है. Tags: Ghaziabad News, Local18, Success Story, UP newsFIRST PUBLISHED : May 12, 2024, 18:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed