शेख हसीना के बेटे का अर्जुन रामपाल से क्या रिश्ता क्यों दोनों साथ रहे कई साल
शेख हसीना के बेटे का अर्जुन रामपाल से क्या रिश्ता क्यों दोनों साथ रहे कई साल
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना इन दिनों भारत में हैं. उनका बेटा संजीब वाजेद अमेरिका में बिजनेसमैन है. उसका बॉलीवुड एक्टर अर्जुन रामपाल से क्या रिश्ता है, कौन सी बात संजीब वाजेद, अर्जुन रामपाल और एक्टर राम कपूर को मिलाती है.
हाइलाइट्स शेख हसीना के बेटे संजीब ने इंटर तक की पढ़ाई कोडाईकनाल स्कूल से की इसी स्कूल में बॉलीवुड एक्टर अर्जुन रामपाल और राम कपूर भी पढ़े हैं 120 साल पुराना ये स्कूल दुनिया के जाने माने इंटरनेशनल स्कूलों में गिना जाता है
शेख हसीना के बेटे का नाम संजीब वाजेद है. वह अमेरिका में रहते हैं, बड़ा बिजनेस चलाते हैं. उन्हें बांग्लादेश में उनकी मां का राजनीतिक उत्तराधिकारी भी माना जा रहा था. हालांकि अब स्थितियां बदल चुकी हैं. वहीं अर्जुन रामपाल फिल्म अभिनेता और निर्माता हैं. वह सैन्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता सेना भारतीय सेना में ब्रिगेडियर थे. तो इन दोनों के बीच क्या रिश्ता है, दोनों क्यों कई सालों तक साथ रहे.
अर्जुन रामपाल का 1972 में जबलपुर में हुआ., उनके पिता ब्रिगेडियर गुरदयाल सिंह का सेना में काफी रूतबा था. आजादी के बाद सेना की पहली आर्टिलरी गन डिजाइन करने का श्रेय उन्हें जाता है. पिता ब्राह्मण थे और मां सिख भी थीं और डच भी. तो कह सकते हैं कि वह एक ऐसे माहौल में पैदा हुए, जहां हर धर्म का माहौल था. परिवार क्रिसमस से लेकर ईद तक मनाता था. ये हैं अर्जुन रामपाल. पिता ब्रिगेडियर थे. भारतीय सेना की पहली आर्टिलरी गन को डिजाइन किया. अर्जुन कोडाईकनाल में शेख हसीना के बेटे से मिले. (wiki commons)
कहां पढ़ने गए रामपाल
हालांकि बाद में उनके पेरेंट्स का अलगाव हो गया तो वह नासिक के देवलाली में पढ़े और फिर दुनिया के मशहूर स्कूलों में एक कोडाईकनाल के कोडाइकनाल इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ने गए, जो करीब 120 साल पुराना नामी स्कूल है. तो शेख हसीना के बेटे संजीब वाजेद से उनका रिश्ता यही से जुड़ता है. यही कड़ी उन्हें साथ मिलाती है. वो कैसे इसको हम आगे बताएंगे. पहले संजीब वाजेद के बारे में भी जान लिया जाए.
संजीब वाजेद का स्कूल
संजीब वाजेद का जन्म बांग्लादेश के ढाका में 1971 में हुआ. उनके पिता न्यूक्लियर साइंटिस्ट थे. जब 1975 में उनके नामवर ग्रैंडफादर शेख मुजीब का परिवार के साथ ढाका में कत्ल किया गया तो वह मां के साथ यूरोप में थे. लिहाजा इसके बाद निर्वासन में उनकी मां और पिता दिल्ली में आकर रहने लगे. इस दौरान उनकी पढ़ाई भारत में कोडाईकनाल इंटरनेशनल स्कूल में हुई. संजीब वाजेद बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे हैं. उनकी पढ़ाई कोडाईकनाल में हुई. वह अमेरिका में बिजनेसमैन हैं. (wiki commons)
दोनों साथ पढ़े
इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ बेंगलूर से कंप्युटर साइंस में ग्रेजुएशन किया. मुख्य बात ये है कि उन्होंने अपने जीवन के सबसे शानदार सालों को कोडाईकनाल इंटरनेशनल स्कूल में बिताया. लिहाजा अर्जुन रामपाल के साथ इस स्कूल में पढ़ना दोनों को साथ में बांधता है. इसके अलावा खास बात ये है कि अर्जुन रामपाल उसी बैच में थे, जिसमें वह पढ़ रहे थे. वैसे तो इस इंटरनेशनल स्कूल में दुनियाभर की बहुत शख्सियतें पढ़ी हैं. खुद संजीब के साथ बैच में जो लोग थे उनके नाम हम बताएंगे.
अमेरिकी मिशनरी ने ये स्कूल 1901 में शुरू किया
कोडाईकनाल इंटरनेशनल स्कूल को अमेरिकी मिशनरी बनकर आईं मार्गरेट एडी ने 1901 में शुरू किया था. अब ये स्कूल करीब 50 एकड़ में फैला है. यहां दुनिया की एक से एक हस्तियां पढ़ चुकी हैं. इस स्कूल को दुनिया के बेहतरीन स्कूलों में गिना जाता है. ये तमिलनाडु के पर्यटन स्थल कोडाईकनाल के पलानी हिल्स में है. इसकी कोलोनियल बिल्डिंग्स और पढ़ाई के वातावरण को उम्दा बताया जाता है. हालांकि ये बहुत महंगा स्कूल है. टीवी और फिल्म एक्टर राम कपूर ने भी यहां से पढ़ाई की है. कोडाईकनाल की कोडाई झील के किनारे 43 एकड़ में बना हुआ कोडाईकनाल इंटरनेशनल स्कूल. (courtesy kodaikal international school )
ये रिश्ता अर्जुन रामपाल और संजीब वाजेद के बीच
तो हम आपको बताते हैं कि अर्जुन रामपाल और शेख हसीना के बेटे संजीब वाजेद के बीच क्या रिश्ता है. एक अंदाज के अनुसार अर्जुन रामपाल और संजीब ने करीब साथ -साथ ही कोडाईकनाल के स्कूल में दाखिला लिया. ये बोर्डिंग स्कूल है. इसके ज्यादातर स्टूडेंट स्कूल कैंपस के हास्टल में ही रहते हैं. रामपाल और संजीब ने यहां एक ही क्लास में इंटर तक पढ़ाई की. दोनों एक ही हास्टल में रहते थे. यहां रहते हुए दोनों के बीच खास बांडिंग भी हुई.
स्कूल की मशहूर हस्तियां
अब हम आपको बताते हैं कि संजीब वाजेद और अर्जुन रामपाल के अलावा वहां कौन सी बड़ी हस्तियां पढ़ चुकी हैं. इसमें ये लोग शामिल हैं
विलियम डी कोलमन (1915-2001) मशहूर धर्मशास्त्री और पादरी
रोबर्ट एफ गोहीन (1919-2001) शिक्षाविद और एंबेसडर
रोमलस व्हिटकर (1943 में पैदा) पर्यावरणविद
स्टीफन डोनाल्सन (1947 में पैदा) अमेरिकी नॉवेलिस्ट
के बर्ड (1951 में पैदा) लेखक और कॉलमिस्ट
क्रिस वन हॉलेन (1956 में पैदा) अमेरिकी पालटिशियन कोडाईकनाल इटंरनेशनल स्कूल के परिसर का हिस्सा (courtesy kodaikal international school )
कोडाईकनाल स्कूल
कोडाइकनाल इंटरनेशनल स्कूल (केआईएस) इंटरनेशनल लेवल की ग्रेड पी-12 से शिक्षा देता है. ये भारत में 43 एकड़ में है. 1975 में ये अंतर्राष्ट्रीय स्तर के डिप्लोमा कार्यक्रम (IB) देने वाला देश का पहला स्कूल बन गया.ये कई तरह के एजुकेशन प्रोग्राम चलाता है. दुनियाभर में करीब 25 देशों के बच्चे यहां पढ़ने आते है. इसे अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली हुई है.
कितने स्टूडेंट कितनी फीस
इसे केआईएस भी कहते हैं. जहां फिलहाल 440 स्टूडेंट पढ़ रहे हैं तो 127 टीचिंग स्टाफ है.यहां बच्चे स्कूल कैंपस में पढ़ने के साथ जंगलों में भी कैंप लगाते हैं. स्कूल का कोडाईकनाल के जंगल में एक वाइल्डरनेस कैंप भी है. परप्लेक्सिटी एआई के अनुसार इस स्कूल की सालाना फीस ग्रेड 5-8 के लिए 13,37,000 रुपए (करीब US$21,800) है, जिसमें कपड़ा धोना, भत्ता, खाना, हास्टल, मेडिकल, यात्राएं और परीक्षा शुल्क सभी शामिल है. ये उच्च गुणवत्ता वाला शिक्षा और बोर्डिंग अनुभव देता है.
Tags: Arjun rampal, Bangladesh, Bollywood actors, Sheikh hasina, South IndiaFIRST PUBLISHED : August 27, 2024, 12:54 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed