क्या ओमिक्रॉन के BA238 सब वेरिएंट के कारण बढ़ रही है कोरोना की गंभीरता इन्साकॉग ने दी ये सफाई

New covid-19 cases:देश और दुनिया में कोरोना के मामले में एक बार फिर से वृद्धि होने लगी है. ऐसे में कुछ विशेषज्ञ इसके लिए ओमिक्रॉन के BA.2.38 सब वेरिएंट को मुख्य वजह मान रहे हैं लेकिन INSACOG ने कहा है कि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि बीए.2 से उत्पन्न हुए बीए.2.38 सब वेरिएंट ने कोरोना मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की दर और रोग की गंभीरता बढ़ाई है.

क्या ओमिक्रॉन के BA238 सब वेरिएंट के कारण बढ़ रही है कोरोना की गंभीरता इन्साकॉग ने दी ये सफाई
नई दिल्ली. देश और दुनिया में तीन साल बाद भी कोरोना का खौफ बरकरार है. पिछले कुछ दिनों से एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं. ऐसे में कुछ विषेषज्ञों ने चिंता जताई है कि ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट बीए.2 और बीए. 2.38 के कारण देश में कोरोना के मामलों में बढोतरी हो रही है और इससे बीमारी की गंभीरता और मरीजों के अस्पताल पहुंचने की आशंका भी बढ़ रही है. कोरोना वायरस स्ट्रैन और जीनोमिक सीक्वेंस पर रिसर्च करने के लिए भारत सरकार द्वारा गठित INSACOG -Indian SARS-CoV-2 Consortium on Genomics or Indian SARS-CoV-2 Genetics Consortium)  ने बुलेटिन जारी कर बताया कि ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट बीए. 2 से उत्पन्न हुए बीए. 2.38 ने अस्पताल में भर्ती होने की दर और रोग की गंभीरता नहीं बढ़ाई है. रोग की गंभीरता में वृद्धि होने की कोई रिपोर्ट नहीं इन्साकॉगने बुलेटिन जारी कर बताया है कि हाल में कोरोना संक्रमण के कारण जो कुछ लोगों की मौत हुई है उसका कारण बीए. 2.38 नहीं है बल्कि पहले से उनके किसी अन्य रोग से पीड़ित रहने के चलते मौत हुई है. बुलेटिन में इंडियन सार्स-कोवी-2 जीनोमिक्स संघ (इन्साकॉग) ने कहा कि बीए.2 के कई मामलों को बीए.2.38 में वर्गीकृत किया गया है और यह उन नमूनों में मौजूद प्रतीत होता है जिनका हाल में अनुक्रमण किया गया. इसमें कहा गया है, हालांकि, अब तक इससे अस्पताल में भर्ती होने की दर या रोग की गंभीरता में वृद्धि होने की कोई रिपोर्ट नहीं हैं. बीए. 2 भारत में सबसे प्रमुख सब वेरिएंट वहीं, हाल ही में दर्ज मौत के कुछ मामले पहले से उस मरीज के किसी अन्य बीमारी से पीड़ित रहने के कारण सामने आए. कोविड-19 से बचाव के लिए जरूरी एहतियात बरतने से संक्रमण में कमी आने की संभावना है और इसलिए इसका सुझाव दिया जाना जारी है. इन्साकॉग की ओर से 13 जून को एक बुलेटिन रविवार को जारी किया गया, जिसमें कहा गया है कि बीए.2 भारत में सबसे प्रमुख उप-स्वरूप बना हुआ है. इसने कहा, हालांकि रोग की गंभीरता के चलते अस्पताल में भर्ती होने की दर उतनी नहीं बढ़ी. इन्साकॉग मौजूदा स्थिति पर करीबी निगरानी रख रहा है. इन्साकॉग ने 30 मई को एक अन्य बुलेटिन में कहा था कि भारत में तब तक बीए.4 के पांच मामले और बीए.5 के तीन मामले सामने आये थे. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Corona, Corona news, Corona vaccine, COVID 19FIRST PUBLISHED : July 10, 2022, 19:40 IST