म्‍यांमार बॉर्डर पर हो रही थी हलचल असम राइफल्‍स के जवान थे सतर्क और फिर

Manipur-Myanmar Border: म्‍यांमार में सशस्‍त्र विद्रोह की आग भड़कने के बाद पूर्वोत्‍तर के सीमावर्ती प्रदेशों में शरणार्थियों की आवक बढ़ गई है. मणिपुर बॉर्डर पर ऐसा ही एक मामला सामने आया है.

म्‍यांमार बॉर्डर पर हो रही थी हलचल असम राइफल्‍स के जवान थे सतर्क और फिर
नई दिल्ली. देश के पूर्वोत्‍तर राज्‍यों की सीमाएं कई देशों से लगती हैं. इनमें चीन, भूटान, म्‍यांमार और बांग्‍लादेश जैसे देशों का नाम आता है. चीन, म्‍यांमार और बांग्‍लादेश से लगती सीमाएं काफी संवेदनशील हैं. तस्‍करी, घुसपैठ समेत अन्‍य तरह की आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जाता है. अधिकांश इलाका पहाड़ी और पर्वतीय होने के चलते चौकस निगरानी रख पाना आसान नहीं होता है. इसके बावजूद आईटीबीपी, बीएसएफ, असम राइफल्‍स जैसे अर्धसैनिक बल के जवान अपनी जान की परवाह किए बगैर मुस्‍तैदी से अपनी जिम्‍मेदारी निभाते हैं. उन्‍हीं की सजगता और सतर्कता से बड़ी सफलता मिली है. मणिपुर-म्‍यांमार सीमा पर यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट- पी गुट के 34 सदस्‍यों ने हथियार समेत समर्पण किया है. जानकारी के अनुसार, म्यांमार से मणिपुर में दाखिल होने की कोशिश कर रहे यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट- पी (यूएनएलएफ-पी) के 34 सशस्त्र उग्रवादियों ने अपने स्वचालित हथियारों के साथ असम राइफल्स के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. अधिकारियों ने बताया कि वे म्यांमार में प्रतिद्वंद्वी पीडीएफ की भीषण गोलीबारी के बाद मणिपुर में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने बताया कि इलाके में सतर्क असम राइफल्स के जवानों ने उन्हें देखा और चुनौती दी. भारत और म्यांमार सीमा पर क्यों बाड़ लगाने के खिलाफ हैं मिजोरम के CM, ब्रिटिश सरकार की गलती का दिया हवाला राज्‍य पुलिस को सौंपे गए उग्रवादी अधिकारियों ने बताया कि 34 सशस्त्र उग्रवादियों के समूह ने अपने स्वचालित हथियारों के साथ बल के समक्ष आत्मसमर्पण करने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि उग्रवादियों को राज्य पुलिस को सौंप दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि माना जा रहा है कि आत्मसमर्पण करने वाला समूह घाटी से संचालित उग्रवाही समूह यूएनएलएफ (पी) के सदस्यों का है. संगठन ने 29 नवंबर, 2023 को केंद्र सरकार और मणिपुर सरकार के साथ युद्धविराम का समझौता किया था. सीमा पार से तस्‍करी भारत और म्‍यांमार की सीमा दुर्गम पहाड़ों, नदियों और जंगलों से घ‍िरा है. ऐसे में घुसपैठियों और तस्‍करों पर नजर रखना कतई आसान काम नहीं है. हालात और माहौल को देखते हुए अराजक और गैरकानूनी तत्‍व इसका फायदा उठाने की फिराक में रहते हैं. भारतीय सुरक्षाबल कई बार तस्‍करों और घुसपैठियों के मंसूबों को चकनाचूर कर चुके हैं. पूर्व में म्‍यांमार सीमा के जरिये मादक पदार्थों और हथियार तस्‍करी के मामले सामने आ चुके हैं. Tags: Assam Rifles, Manipur News, MyanmarFIRST PUBLISHED : May 18, 2024, 12:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed