UP के इस जिले में है नदियों के 3-3 संगम स्थान मौजूद है ऋषियों के तपोस्थल

तमसा और सिलनी नदियों का संगम आजमगढ़ मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह संगम चंद्रमा ऋषि आश्रम के पास है, जो महर्षि चंद्रमा ऋषि की तपोस्थली के रूप में प्रसिद्ध है.

UP के इस जिले में है नदियों के 3-3 संगम स्थान मौजूद है ऋषियों के तपोस्थल
आजमगढ़: ये जिला पौराणिक और ऐतिहासिक मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध है, जिसे ऋषियों की तपोस्थली के रूप में भी जाना जाता है. यहां कई स्थान धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व रखते हैं. खास बात यह है कि आजमगढ़ में तीन प्रमुख स्थानों पर नदियों के संगम हैं, जहां चार महत्वपूर्ण नदियां—तमसा, मंजुसा, सिलनी, और कुंवर—मिलती हैं. इन संगम स्थलों पर ऋषियों के तपोस्थल स्थित हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष तीर्थ स्थल हैं. तमसा और सिलनी नदियों का संगम आजमगढ़ मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह संगम चंद्रमा ऋषि आश्रम के पास है, जो महर्षि चंद्रमा ऋषि की तपोस्थली के रूप में प्रसिद्ध है. मान्यताओं के अनुसार, यहीं पर महर्षि चंद्रमा ने तपस्या करके छय रोग से मुक्ति पाई थी. सिलनी नदी का उद्गम लसहरा ताल से होता है और यह लगभग 40 किलोमीटर की यात्रा करके चंद्रमा ऋषि आश्रम के पास तमसा में मिलती है. धार्मिक महत्व पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस संगम स्थल पर पितरों की पूजा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. पितृपक्ष के समय यहां श्रद्धालु विशेष रूप से आते हैं. तमसा एवं कुंवर नदी का संगम: दत्तात्रेय धाम तमसा और कुंवर नदियों का संगम आजमगढ़ मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दत्तात्रेय धाम के पास है. यह धाम महर्षि दत्तात्रेय की तपस्थली के रूप में विख्यात है. कुंवर नदी असनी गांव से निकलती है और 70 किलोमीटर की यात्रा के बाद तमसा में मिलती है. हर साल इस संगम स्थल पर एक भव्य मेले का आयोजन होता है, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. तमसा एवं मंजुसा नदी का संगम: दुर्वासा ऋषि आश्रम तमसा और मंजुसा नदियों का संगम फूलपुर तहसील स्थित महर्षि दुर्वासा ऋषि आश्रम के पास है. महर्षि दुर्वासा ने यहां तपस्या की थी और यह स्थान आज श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है. मंजुसा नदी समसाबाद से निकलकर 40 किलोमीटर का सफर तय करके तमसा में मिलती है. यहां हर साल एक विशाल मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं. Tags: Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 24, 2024, 16:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed