PM की योजना से खूब नाम कमा रही कांग्रेस+ की सरकारें उधर पंगा ले रहीं ममता

Ayushman Bharat Scheme: पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाकर इसमें 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को भी शामिल करने की योजना लॉन्च कर दी. इस बीच आंकड़ें बता रहे हैं कि इस योजना का सबसे ज्यादा लाभ विपक्ष शासित राज्य उठा रहे हैं.

PM की योजना से खूब नाम कमा रही कांग्रेस+ की सरकारें उधर पंगा ले रहीं ममता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले ही आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाकर इसमें 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को भी शामिल करने की योजना की शुरुआत की. पश्चिम बंगाल और दिल्ली ने आयुष्मान भारत योजना को अपनाने से इनकार कर दिया है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक कारणों से जोड़ा है. हालांकि, कुछ विपक्ष शासित राज्यों ने इस योजना के तहत बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जिससे वहां के लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है. टॉप पर विपक्ष शासित राज्य हाल ही में CNN-jharkhabar.com के डेटा के अनुसार इस योजना का सबसे अधिक लाभ लेने वाले चार राज्यों में से तीन विपक्ष शासित हैं. ये राज्य हैं तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल. हर राज्य में योजना के तहत अब तक 50 लाख से अधिक मरीजों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. तमिलनाडु में डीएमके की सरकार है. राज्य में इस योजना के तहत 2019 से अब तक 90 लाख से अधिक मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं. यह संख्या देशभर में भर्ती होने वाले कुल मरीजों की संख्या का लगभग छठवां हिस्सा है. कांग्रेस शासित कर्नाटक ने आयुष्मान योजना के तहत 66 लाख मरीज अस्पताल में भर्ती हुए. केरल ने भी 55 लाख मरीज इस योजना के तहत अस्पताल में भर्ती हुए. चौथे नंबर पर राजस्थान है. यहां अभी भाजपा की सरकार है. यहां 57.4 लाख मरीज अस्पताल में भर्ती हुए. इसके विपरीत उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे बड़े राज्यों में मरीजों की भर्ती की संख्या अपेक्षाकृत कम है. भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में लगभग 28 लाख मरीज भर्ती हुए. बिहार में यह संख्या और भी कम है. वहां केवल 7.7 लाख मरीज अस्पताल में भर्ती हुए. सूत्रों के अनुसार तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक का प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि ये राज्य स्वास्थ्य लाभ को गंभीरता से समझते हैं, खासकर गरीब लोगों की जो अस्पताल में इलाज का खर्च नहीं उठा सकते. प्रधानमंत्री की चिंता प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह उनके लिए दुखद है कि पश्चिम बंगाल और दिल्ली ने योजना को अपनाने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि यहां के 70 साल से अधिक उम्र के लोगों को इस योजना के तहत अतिरिक्त लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है. आयुष्मान भारत योजना के तहत गुर्दे की बीमारियों से ग्रस्त मरीज को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है. इन्हें नियमित रूप से हीमो-डायलिसिस की आवश्यकता होती है. अब तक 64 लाख से अधिक भर्ती मरीज ने इस स्कीम के तहत हीमो-डायलिसिस करवाया है. इस योजना के तहत हीमो-डायलिसिस के लिए 2,521 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है. आयुष्मान भारत योजना के तहत सामान्य चिकित्सा, संक्रामक रोग और सामान्य सर्जरी शीर्ष तीन विशेषज्ञताएं हैं. लेकिन इलाज के लिए स्वीकृत राशि के मामले में कार्डियोलॉजी को सबसे अधिक फंडिंग मिली है. लगभग 4,222 करोड़ रुपये विभिन्न प्रकार के दिल के ऑपरेशनों के लिए आवंटित किए गए हैं. Tags: Ayushman Bharat, PM ModiFIRST PUBLISHED : October 30, 2024, 11:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed