धौलपुर की इस कॉलोनी में रात को 9 बजे बाद कोई नहीं निकलता बाहर जानें वजह
धौलपुर की इस कॉलोनी में रात को 9 बजे बाद कोई नहीं निकलता बाहर जानें वजह
Dholpur News : धौलपुर के बाड़ी कस्बे की एक कॉलोनी में बीते करीब डेढ़ महीने से जरख का खौफ छाया हुआ है. इसके चलते बाड़ी कस्बे की कृष्णा कॉलोनी के लोग रात को 9 बजे अपने घरों से बाहर नहीं निकलते हैं. अब जरख को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया है.
हरवीर शर्मा.
धौलपुर. धौलपुर जिले के बाड़ी शहर के रेलवे स्टेशन के पास स्थित वार्ड 42 की कृष्णा कॉलोनी के लोग इन दिनों खौफ के साये में हैं. यहां रात 9 बजे के बाद पूरी कॉलोनी में सन्नाटा पसर जाता है।. कोई भी कॉलोनीवासी अपने घर से बाहर नहीं निकलता है. वे बस खिड़कियों से ही बाहर टकटकी लगाए रखते हैं. इसका कारण है यहां घूम रहा जंगली जरख. पिछले डेढ़ महीने से इस कॉलोनी में जरख का मूवमेंट दिखाई दे रहा है. बीते मंगलवार की शाम कॉलोनी में आये जरख का लोगों ने वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर लिया.
उसके बाद वन विभाग की टीम हरकत में आई. टीम पिछले तीन दिन से इस जरख खोजने का प्रयास कर रही है. लेकिन उसका अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है. ऐसे में गुरुवार की शाम को सरमथुरा रेंज से पिजरा मंगाकर कॉलोनी से सटे जंगल में लगाया गया है. कॉलोनीवासियों का कहना है कि जब तक जरख पकड़ा नहीं जाता है तब तक उनको चैन की सांस नहीं आएगी.
टीम 2 दिन से लगातार जरख को खोजने का प्रयास कर रही है
बाड़ी वन विभाग के रेंजर नकुल शर्मा ने बताया कि फॉरेस्टर राजवीर सिंह के नेतृत्व में वन विभाग बाड़ी और वन विभाग वन विहार के कर्मचारी कृष्णा कॉलोनी में आए जरख को खोजने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन कॉलोनी से सटे रेलवे की लाइन और रेलवे के पुराने खंडहरनुमा भवन के चलते जरख किसी सुरक्षित जगह पर छिप गया है. ऐसे में वह दिखाई नहीं दे रहा है. 2 दिन से टीम लगातार उसको खोजने का प्रयास कर रही है.
जरख आदमखोर नहीं है लेकिन खतरा नजरअंदाज नहीं किया जा सकता
शर्मा ने बताया कि गुरुवार की शाम सरमथुरा रेंज से पिंजरा मंगा कर जंगल के मुहाने पर लगाया गया है. उसमें जरख का भोजन भी रखा है ताकि उसे पकड़ा जा सके. हालांकि जरख आदमखोर नहीं है. वह मृत मवेशियों के मांस को ही खाता है. लेकिन वह कॉलोनी में बार-बार आ रहा है. ऐसे में खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. इसलिए उसका पकड़ा जाना जरूरी है. इसके प्रयास जारी हैं.
Tags: Big news, Wild animals, Wild lifeFIRST PUBLISHED : November 9, 2024, 14:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed