38 साल बाद भी नहीं बन पाया अमेठी का एक पुल लोग कर रहे इन्तजार
38 साल बाद भी नहीं बन पाया अमेठी का एक पुल लोग कर रहे इन्तजार
देश के पूर्व प्रधानमंत्री और तत्कालीन सांसद राजीव गांधी के निर्देश पर 1985 में शुरू हुआ पुल का निर्माण 38 सालों बाद भी पूरा नहीं हो सका है. इसे सिस्टम की लापरवाही कहे या कुछ. जिस पुल का निर्माण 38 साल पहले शुरू हुआ था वह आज भी अधूरा पड़ा है.
आदित्य कृष्ण /अमेठी: शहर हो या गांव जब तक वो जगह विकसित नहीं होती तब तक उसे बेहतर नहीं कहा जा सकता. लेकिन विकास काम अगर अवरूद्ध हो जाए तो आम जनमानस को जो समस्याएं होती है उसका सामना करना काफी कठिन होता है. कुछ ऐसी ही समस्या है वीआईपी जनपद अमेठी में. जी हा देश के पूर्व प्रधानमंत्री और तत्कालीन सांसद राजीव गांधी के निर्देश पर 1985 में शुरू हुआ पुल का निर्माण 38 सालों बाद भी पूरा नहीं हो सका है. इसे सिस्टम की लापरवाही कहे या कुछ. जिस पुल का निर्माण 38 साल पहले शुरू हुआ था वह आज भी अधूरा पड़ा है. सबसे बड़ी बात है की पुल बनाने के लिए पिलर तो खड़े कर दिए गए लेकिन छत नहीं डाली गई. पुल निर्माण न होने से ग्रामीणों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और उनकी मांग है कि पुल निर्माण हो जाए तो बेहतर होगा.
शुकुल बाजार के शिवली गांव में बना है आधा अधूरा पुल
दरअसल यह समस्या अमेठी जिले के शुकुल बाजार के शिवली गांव की है जहां आज के करीब 38 साल पहले अमेठी के पूर्व सांसद व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के कार्यकाल में क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों की मांग पर शुकुल बाजार शिवली मार्ग पर अरही नाले पर पुल का निर्माण वर्ष 1985 में शुरू हुआ था. धन का आवंटन होने के साथ ही कार्यदायी संस्था का चयन कर पुल का निर्माण शुरू कराया गया. निर्माण के कुछ समय बाद सभी पिलर बनकर तैयार हो गए लेकिन छत नही पड़ सकी. पुल निर्माण न होने से ग्रामीण करीब 3 किलोमीटर दूर घूम कर अपने गांव की यात्रा करते हैं और बरसात में उन्हें जंगलों के बीच से होकर गुजरना पड़ता है. जिसकी वजह से ग्रामीण काफी परेशान है और उन्होंने पुल निर्माण के लिए विभाग से एक बार फिर गुहार लगाई है.
दर्जनों गांव के लोगों को होती है समस्या
कार्यदायी संस्था द्वारा बेसमेन्ट बनवाया गया. पुल के लिए पिलर भी खड़े करवा दिए गए. लेकिन पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं किया गया. वजह क्या थी यह विभाग ने भी नहीं बताया और इस पुल के निर्माण कार्य अब पूरा न होने का कारण इसी ब्लॉक के दर्जनों गांव जिनमें शिवली, मनिकापुर, लाला का पुरवा, मांझगाव, पूरे भवानी, पन्ही पहाड़पुर पाण्डेय का पुरवा सहित कई गांवों के आने जाने के लिए समस्या होती है. लेकिन अरही नाले पर लगभग 80 मीटर लम्बे पुल पर छत नहीं पड़ सकी. जिसके चलते गांव वासियों को अभी भी कई किलोमीटर की दूरी तय करके आवागमन को मजबूर होना पड़ रहा है. यही नहीं पुल के निर्माण बंद होने के बाद कई सरकारें बदली सांसद बदले पर पुल का निर्माण आज भी अधूरा है.
ग्रामीणों ने कहा आवागम में होती है समस्या
क्षेत्र के किसान लक्ष्मीकान्त कहते हैं कि इस पुल का निर्माण हो जाने पर हम लोगों का आवागमन सुगम हो जाएगा. साथ ही बाजार हाट आने जाने में सुविधा हो जाएगी। स्थानीय निवासी जयकरन तिवारी बताते हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी जब सांसद थे तो गाव वासियों ने इस पुल के निर्माण की मांग की थी. उन्होंने तत्काल पुल निर्माण का आश्वासन दिया था और पुल निर्माण का कार्य भी शुरू हो गया। लेकिन राजीव गांधी की असामयिक मृत्यु हो जाने के बाद पुल निर्माण का काम छोड़कर ठेकेदार चला गया उसके बाद हम लोगों ने कई बार शिकायत की आंदोलन किया प्रदर्शन किया लेकिन आज तक पुल का निर्माण कार्य नहीं हो पाया.
विभागीय अधिकारी अनजान
वही ब्लॉक की खंड विकास अधिकारी अंजलि सरोज ने कहा कि मुझे अभी जल्द में ही यहां का चार्ज मिला है. मुझे उस पुल की कोई जानकारी नहीं है फिलहाल अगर या समस्या है तो इसकी जांच कराई जाएगी और जो भी आवश्यक मदद होगी वह ग्रामीणों की कराई जाएगी.
Tags: Amethi City News, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 20, 2024, 14:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed