पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला का निधन राजनीति और समाज में छोड़ गए गहरी छाप!
पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला का निधन राजनीति और समाज में छोड़ गए गहरी छाप!
OP Chautala Death: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. उनकी प्रशासनिक कौशल और शिक्षा में योगदान के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे. पांच बार मुख्यमंत्री रहे चौटाला ने हरियाणा की राजनीति में गहरी छाप छोड़ी. उनका निधन देश और राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है.
Om Prakash Chautala Death: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का 89 साल की उम्र में निधन हो गया है. उनका निधन हरियाणा और देश की राजनीति में एक बड़ी क्षति है. वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम समय में उपचाराधीन थे, जहां उन्होंने सुबह 11:30 बजे अस्पताल में भर्ती हुए और करीब 12 बजे के बाद उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली. चौटाला के निधन ने हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश में शोक की लहर लेकर आया है.
राजनीति में मजबूत पकड़ और प्रशासनिक कौशल
इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला ने अपनी राजनीति के सफर में पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. उनकी राजनीतिक पकड़ बहुत मजबूत थी, और वह हमेशा अपने प्रशासनिक कौशल के लिए प्रसिद्ध रहे. इनेलो के पूर्व कार्यकर्ता ललित बंसल ने Local18 को बताया, उनका प्रशासन इतना मजबूत था कि जब भी वह मुख्यमंत्री बने, हरियाणा में प्रशासन उनके नाम से कांपता था. उन्होंने हमेशा प्रशासन को व्यवस्थित और चुस्त तरीके से चलाया. जिससे राज्य का विकास हुआ और लोगों के दिलों में अपनी एक खास जगह बनाई.
शिक्षा और विकास में योगदान
ओम प्रकाश चौटाला ने न केवल राजनीति में, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया. उन्होंने राज्य में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने और उसे मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए. उनके कार्यों का असर आज भी हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था पर देखा जा सकता है.
अद्वितीय व्यक्तित्व और उनके योगदान को नमन
ललित बंसल ने अपने बयान में ओम प्रकाश चौटाला के संघर्ष और उनके व्यक्तित्व की सराहना की. उन्होंने कहा, वह एक संघर्षशील नेता थे, जिन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से जनता के दिलों में अपनी जगह बनाई. उनकी तरह का नेता बहुत कम होता है और मुझे नहीं लगता कि उनका मुकाबला कोई भी कर पाएगा. ओमप्रकाश चौटाला की शख्सियत हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेगी और उनकी प्रेरक कहानियों को कभी नहीं भुलाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि ओम प्रकाश चौटाला का निधन राजनीति, प्रशासन और समाज के लिए एक गहरी छाप छोड़ने वाला क्षण है. ऐसी शख्सियत कभी-कभी ही जन्म लेते हैं. मुझे नहीं लगता कि उनका मुकाबला कोई भी नेता, कोई भी शख्सियत कर पायेगा.
Tags: Faridabad News, Haryana news, Haryana politics, Local18, Om Prakash ChautalaFIRST PUBLISHED : December 20, 2024, 18:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed