गुलमर्ग के मशहूर होटल पर क्‍यों लगा ताला कभी महात्‍मा गांधी रुके थे यहां

गुलमर्ग की बर्फीली वादियों में खड़ा यह होटल अब खामोश है, लेकिन इसके कमरों, कॉरिडोर और लॉन्ज में एक सदी से भी ज्यादा इतिहास की गूंज हमेशा सुनाई देती रहेगी. सरकार का यह कदम कानून के हिसाब से भले सही हो, पर नेडौज होटल के दरवाजे बंद होना कश्मीर की विरासत का एक अध्याय समाप्त होने जैसा है.

गुलमर्ग के मशहूर होटल पर क्‍यों लगा ताला कभी महात्‍मा गांधी रुके थे यहां