24 अकबर रोड: जहां नोबेल विजेता भी 2 साल रहीं बूटा सिंह बांटते थे लंगर का खाना
24 अकबर रोड: जहां नोबेल विजेता भी 2 साल रहीं बूटा सिंह बांटते थे लंगर का खाना
24 अकबर रोड… एक ऐसी इमारत जो जनवरी 1978 से ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उतार-चढ़ाव से भरे इतिहास की मूक साक्षी रही है. लेकिन अगर इस इमारत की आंखें और कान होते तो क्या इतिहास के पन्नों में कुछ अलहदा विवरण दर्ज नहीं होते? यह एक हाइपोथेटिकल सवाल है, लेकिन अब जबकि कांग्रेस का दफ्तर 24 अकबर रोड से 9 कोटला रोड पर शिफ्ट हो रहा है, तो इससे जुड़े अनेक किस्से ताजे हो जाते हैं.