बहुत फायदेमंद है यह स्पेशल चावल कई रोगों में पहुंचाता है लाभ

Sava Health Benefit: सावां के चावल स्वादिष्ट होने के साथ शरीर को हेल्दी रखते हैं. अधिकतर लोगों को चावल खाना पसंद होता है लेकिन कई बार बढ़ते वजन और डायबिटीज के कारण लोग चावल खाने से बचते हैं. हम आपको जिस

बहुत फायदेमंद है यह स्पेशल चावल कई रोगों में पहुंचाता है लाभ
रिपोर्ट- अरविन्द दुबे सोनभद्र: सांवा की फसल भारत की एक प्राचीन फसल है. यह सामान्यतः असिंचित क्षेत्रों में बोई जाने वाली सूखा प्रतिरोधी फसल है. इसकी सबसे खास बात ये होती है इसमें सिंचाई की जरूरत दूसरी फसलों के मुकाबले बहुत कम पड़ती है. इसका चारा पशुओं के लिए काम आ जाता है. इसमें चावल की तुलना में पोषक तत्वों के साथ-साथ प्रोटीन की पाचन योग्यता 40 प्रतिशत तक होती है. सांवा की फसल काम उपजाऊ वाली मिट्टी में बोई जाती है. इसे आंशिक रूप से नदियों के किनारे की निचली भूमि में भी उगाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए बलुई दोमट और दोमट मिट्टी सबसे सही होती है. सांवा के लिए हल्की नम व उष्ण जलवायु उपयुक्त होती है. सावां और कोदो की इन वैरायटी की करें बुवाई सावां की टी-46, आई.पी.-149, यू.पी.टी.-8, आई.पी.एम.-97, आई.पी.एम.-100, आई.पी.एम.-148 व आई.पी.एम.-151 जैसी किस्मों की बुवाई करें. जबकि कोदों की जे.के.-6, जे.के.-62, जे.के.-2, ए.पी.के.-1, जी.पी.वी.के.-3 जैसी किस्मों की बुवाई करें. अधिकतर सांवा की खेती में सिंचाई की नहीं करनी पड़ती है क्योंकि यह खरीफ की फसल है लेकिन काफी समय तक जब पानी नहीं बरसता है तो फूल आने की अवस्था में एक सिंचाई करना अति आवश्यक है. जल भराव की स्थिति वाली भूमि में जल निकास होना आवश्यक है. सांवा में दो निराई-गुड़ाई पर्याप्त होती है. पहली निराई-गुड़ाई 25 से 30 दिन बाद और दूसरी पहली के 15 दिन बाद करना चाहिए निराई-गुड़ाई करते समय विरलीकरण भी किया जाता है. सावां के चावल स्वादिष्ट होने के साथ शरीर को हेल्दी रखते हैं. अधिकतर लोगों को चावल खाना पसंद होता है लेकिन कई बार बढ़ते वजन और डायबिटीज के कारण लोग चावल खाने से बचते हैं. हम आपको जिस चावल के बारे में बताने जा रहे हैं वो वजन कम करने वाले और डायबिटीज के मरीज भी आसानी से खा सकते हैं. पाए जाते हैं ये पोषक तत्व सांवा का चावल शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होने के साथ शरीर की कमजोरी भी दूर होती है. सांवा के चावल को व्रत में भी आसानी से खाया जा सकता है. यह शरीर के लिए बहुत पौष्टिक होता है. इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे फाइबर, प्रोटीन, सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन और विटामिन सी. इसके सेवन से इम्यूनिटी मजबूत होने के साथ कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल रहता है. सांवा के चावल के सेवन से शरीर में एनर्जी बनी रहती है. हड्डियों को मजबूत बनाएं सावा के चावल खाने से हड्डियां मजबूत होने के साथ हड्डियों में होने वाली दर्द भी दूर होता है. इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत रखता है. सांवा का चावल खाने से हड्डियों में होने वाली समस्याएं भी कम होती हैं. डायबिटीज में फायदेमंद सांवा के चावल को डायबिटीज के पेशेंट भी खा सकते हैं. यह लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड होता है जो शरीर के ब्लड शुगर को नहीं बढ़ने देता है. सांवा के चावल अगर डायबिटीज के रोगी खाते हैं तो इसके सेवन से उनके लिपिड प्रोफाइल में भी सुधार आता है. वजन घटाने में मददगार अगर आप लंबे समय से वजन कम करने के बारे में सोच रहे हैं तो डाइट में सांवा के चावल को शामिल करें. सावां के चावल में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है और इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता हैं जो पेट को लंबे समय तक भरकर रखता है. सांवा के चावल खाने से मेटाबोलिज्म तेज होता है. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 09:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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