फास्टैग लगा है आपकी गाड़ी में उसके बाद भी देना पड़ सकता है डबल टोल जानें
फास्टैग लगा है आपकी गाड़ी में उसके बाद भी देना पड़ सकता है डबल टोल जानें
expressway highway news- अगर आप एक्सप्रेस और हाईवे पर गाड़ी चलाते हैं तो अगली बार सफर के दौरान थोड़ी सावधानी जरूर बरतें, वरना आपको डबल टोल चुकाना पड़ सकता है.
हाइलाइट्स सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी किया ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम ऑन-बोर्ड यूनिट से संबंधित नोटिफिकेशन सफल पायलट प्रोजेक्ट दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर हो चुका है
नई दिल्ली. अगर आप एक्सप्रेसवे या हाईवे वाहन वाहन चालते हैं, तो यह खबर आपके काम की है. आपके वाहन पर फास्टैग लगा होने के बाद भी एक गलती भारी पड़ सकती है. आपको दोगुना टोल चुकाना पड़ा है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी किया है, जो आपको जानना जरूरी है और डबल टोल के भुगतान से बच सकेंगे.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) ऑन-बोर्ड यूनिट से संबंधित नोटिफिकेशन जारी किया है. इसके तहत जीएनएसएस लगे वाले वाहनों से ऑटोमैटिक टोल कटेगा. वो हाईवे या एक्सप्रेसवे पर जितनी दूरी तय करेंगे, उन्हें उतने किमी. का ही टोल चुकाना होगा. ऐसे वाहन चालकों को टोल प्लाजा में रुकने की जरूरत नहीं होगी. यानी वे एक्सप्रेसवे और हाईवे पर नॉन स्टाफ फर्राटे भरेंगे.
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फास्टैग वाले एक्सप्रेसवे पर इस गलती से बचें
ट्रांसपोर्ट एक्सपर्ट अनिल छिकारा ने बताया कि ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) ऑन-बोर्ड यूनिट लगे वाहनों को टोल प्लाना से नॉन स्टाफ निकालने के लिए एक डेडीकेटेड लेन होगी. इसमें किसी तरह का अवरोध नहीं होगा. लेकिन अगर कोई फास्टैग लगा वाहन इस लेन में जाता है तो उसे दोगुना टोल देना पड़ेगा. इसलिए एक्सप्रेसवे और हाईवे पर वाहन चालते इस बात का ध्यान जरूर रखें और डबल टोल से बचें.
20 किमी से कम दूरी तय करने में नहीं लगेगा टोल
अगर ऑन-बोर्ड यूनिट लगा कोई वाहन 20 किमी.से कम दूरी तय करता है तो उसे कोई टोल नहीं चुकाना होगा. इसका सबसे ज्यादा फायदा हाईवे और एक्सप्रेसवे के आसपास के गांवों और शहरों में रहने वालों लोगों को होगा.
इस तरह वाहन चालकों को फायदा
अभी वाहन चालक को एक टोल से दूसरे टोल प्लाजा तक चार्ज चुकाना होता है. भले ही उसे नीचे हाईवे से नीचे उतर वापस क्यों न लौटना हो. जबकि नई तकनीक से हाईवे पर चली गयी दूरी का टोल चुकाना होगा.
1.5 लाख किमी. एनएच और एक्सप्रेसवे
देशभर में मौजूदा समय करीब 1.5 लाख किमी. लंबे हाईवे और एक्सप्रेसवे हैं. इसमें करीब 90 हजार किमी. नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के पास हैं. इसी में ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम से टोल वसूला जाएगा. इसका सफल पायलट प्रोजेक्ट दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर हो चुका है.
Tags: Highway toll, Toll plazaFIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 08:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed