धान गेहूं छोड़ इस खेती से मालामाल बने किसान कम लागत में हो रही लाखों की कमाई
धान गेहूं छोड़ इस खेती से मालामाल बने किसान कम लागत में हो रही लाखों की कमाई
परवल में विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी2 और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा इसमें कैल्शियम भी काफी मात्रा में होता है. एक ही सब्जी में हमें इतनी सारी चीज़ें एक साथ मिल रही हैं, तो उससे अच्छा क्या होगा.
अतीश त्रिवेदी/ लखीमपुर खीरी: लखीमपुर जिले के तराई क्षेत्र में परंपरागत खेती को छोड़कर नगदी फसल की खेती करने का ट्रेंड चल पड़ा है. इसके पीछे की मुख्य वजह यह है कि परंपरागत खेती में अपेक्षा के अनुरूप मुनाफा नहीं होना है. वहीं नगदी फसल में किसानों को सीमित अवधि में लागत से कई गुना अधिक मुनाफा हो जाता है. खासकर सब्जी की खेती में किसानों को अधिक मुनाफा हो रहा है.
बेलहा सिकटिया गांव के किसान इस समय परवल की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. किसान पिंटू ने बताया की एक एकड़ में परवल की फसल तैयार करने में करीब 40 से 50 हजार रुपए की लागत लगती है, बाजारों में₹40 से लेकर₹80 प्रति किलो के हिसाब से परवल की बिक्री होती है, परवल की खेती कर वह अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं.
विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर
परवल में विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी2 और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा इसमें कैल्शियम भी काफी मात्रा में होता है. एक ही सब्जी में हमें इतनी सारी चीज़ें एक साथ मिल रही हैं, तो उससे अच्छा क्या होगा.
किस समय होती है परवल की खती
परवल की खेती का समय क्षेत्र के आधार पर अलग-अलग होता है. परवल की खेती के लिए सबसे उपयुक्त माह जून से अगस्त होता है. जब मॉनसून का समय होता है और वातावरण में उच्च नमी रहती है. इस समय परवल के पौधे अच्छी तरह से उगते हैं और उन्हें पोषण की सही मात्रा मिलती है.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 1, 2024, 10:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed