नोएडा में पानी बर्बाद करने वाले हो जाएं होशियार अब ऐसे वसूला जाएगा बिल
नोएडा में पानी बर्बाद करने वाले हो जाएं होशियार अब ऐसे वसूला जाएगा बिल
पायलट प्रोजेक्ट के तहत नोएडा (Noida) में 5 हजार मीटर लगाने पर करीब 9 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा. पानी के रेट क्या होंगे इसके लिए नोएडा अथॉरिटी दिल्ली (Delhi), गुड़गांव, हैदराबाद और बंगलूरू में पानी के बिल (Water Bill) की स्टडी करा चुकी है. इसी स्टडी के आधार पर नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) पानी के रेट तय करेगी. गाजियाबाद के देहरा गांव से ग्रेटर नोएडा (Noida Greater) तक भी पाइप लाइन बिछाई गई है. इस लाइन से ग्रेटर नोएडा तक 51.9 क्यूसेक गंगाजल (Gangajal) लाया जाएगा.
नोएडा. कार-बाइक (Car-Bike) धोने और जरूरत से ज्यादा पानी बगीचे में और जमीन पर छिड़काव करने वाले होशियार हो जाएं. नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) अब पानी की एक-एक बूंद का हिसाब लेगी. इसके लिए अथॉरिटी पानी के मीटर लगाने जा रही है. बंगलूरू की कंपनी को मीटर लगाने का ठेका दिया गया है. यह एक पायलट प्रोजेक्ट होगा. नोएडा के सेक्टर-27 ए ब्लॉक से पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की जा रही है. घर और दूसरे संस्थानों मे एक साथ मीटर लगाए जाएंगे. गौरतलब रहे नोएडा के एक बड़े हिस्से में गंगाजल की सप्लाई शुरू हो चुकी है. जहां अभी तक गंगाजल नहीं पहुंचा है वहां इस साल तक सप्लाई शुरू हो जाएगी.
नोएडा में दिल्ली से कम होगी पानी की कीमत
जानकारों की मानें तो नोएडा में वॉटर मीटर लगने के बाद किलो लीटर के हिसाब से पानी के रेट तय किए जाएंगे. इसके लिए नोएडा अथॉरिटी की ओर से एक कमेटी बनाई थी. इस कमेटी ने दिल्ली, गुड़गांव, हैदराबाद और बेंगलुरू में लिए जा रहे पानी के बिल की स्टडी की है. चर्चा तो यह भी है कि नोएडा में पानी की कीमत दिल्ली से कम होगी. इसी अध्ययन के चलते शुरुआत में सिर्फ 5 हजार कनेक्शन पर वॉटर मीटर लगाए जाने की योजना पर काम किया जा रहा है. अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा था इसी हफ्ते से मीटर लगाने का काम शुरू हो जाएगा.
नोएडा में अभी ऐसे लिया जा रहा है वॉटर टैक्स
नोएडा अथॉरिटी से जुड़े अफसरों की मानें तो फिलहाल नोएडा में प्लाट साइज के हिसाब से वॉटर टैक्स वसूला जा रहा है. जैसे रेजिडेंशियल, इंस्टिट्यूशनल और इंडस्ट्रियल प्लाट के हिसाब से वॉटर टैक्स के रेट अलग-अलग हैं. अगर रेजिडेंशियल 30 वर्गमीटर प्लाट की बात करें तो 60 रुपये वॉटर चार्ज के और 24 रुपये टैक्स लिया जाता है. इंस्टिट्यूशनल और इंडस्ट्रियल में इसी साइज के प्लाट के लिए 130 रुपये वॉटर चार्ज और 120 रुपये टैक्स लिया जाता है. कामर्शियल 180 वॉटर चार्ज और 120 रुपये टैक्स के लिए जाते हैं. ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी, एचआईजी और गांव में पानी के बिल फिक्स हैं.
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ग्रेटर नोएडा को भी गंगाजल पिलाने की ऐसे चल रही तैयारी
जानकारों की मानें तो गाजियाबाद के देहरा गांव से ग्रेटर नोएडा तक पाइप लाइन बिछाई गई है. इस लाइन से ग्रेटर नोएडा तक 51.9 क्यूसेक गंगाजल लाया जाएगा. अफसरों का कहना है कि अभी शुरुआत में कुछ सेक्टर और गांवों से गंगाजल पिलाने की शुरुआत की जाएगी. हालांकि पानी की यह मात्रा बाद में बढ़कर 85 क्यूसेक तक पहुंच जाएगी. अभी तक ग्रेटर नोएडा में 70 क्यूसेक ग्राउंड वॉटर की सप्लाई हो रही है. लेकिन पीने में यह पानी खारा है.
लेकिन गंगाजल योजना के तहत 85 क्यूसेक गंगाजल की सप्लाई की जाएगी. गंगाजल को ट्रीट करने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाए गए हैं. पहला ट्रीटमेंट प्लांट देहरा से 11 किलोमीटर दूर. दूसरा वहां से 18 किलोमीटर दूर पल्ला में बनाया गया है. इसी रास्ते से होकर ग्रेनो के मास्टर रिजर्व वायर तक गंगाजल लाया जाएगा. फिर यहां से सप्लाई के लिए बने रिजर्व वायर तक पानी पहुंचाया जाएगा. आखिर में ओवरहेड टैंक के जरिए पूरे ग्रेनो में गंगाजल की सप्लाई की जाएगी. देहरा प्लांट से तो अक्टूबर में ही पानी की टेस्टिंग शुरू हो चुकी है. अब सिर्फ फाइनल टेस्टिंग का काम बाकी रह गया है.
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Tags: Delhi news, Gangajal, Greater noida news, Noida AuthorityFIRST PUBLISHED : June 20, 2022, 11:34 IST