जब बीच हवा में आमने-सामने आ गई प्लेन बस 1 मिनट की थी दूरी कांप गए थे यात्र

Qatar Airways: यह घटना 24 मार्च को अरब सागर के ऊपर 35,000 फीट की ऊंचाई पर घटी और दोनों विमान 9.1 समुद्री मील या एक दूसरे से लगभग एक मिनट की दूरी पर आ गए, जबकि इस क्षेत्र के लिए निर्धारित दूरी 10 मिनट थी.

जब बीच हवा में आमने-सामने आ गई प्लेन बस 1 मिनट की थी दूरी कांप गए थे यात्र
नई दिल्ली: ज्यादा दूरी और समय कम हो तो लोग फ्लाइट से ट्रैवल करना पसंद करते हैं. लेकिन इन दिनों फ्लाइट से जुड़ी खबरें यात्रियों को डरा रही हैं. ऐसी ही डराने वाली एक और खबर आई है. दरअसल भारत का विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) इन दिनों एक डराने वाली घटना की जांच कर रहा है. यह जांच – हवा में उड़ान भरते समय अनिवार्य न्यूनतम दूरी (एयरप्रॉक्स) से अधिक करीब आ जाना की है. इसमें कतर एयरवेज और इजरायल के ईएल एएल के दो बड़े आकार के विमान शामिल थे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार यह घटना 24 मार्च को अरब सागर के ऊपर 35,000 फीट की ऊंचाई पर घटी. दोनों विमान 9.1 समुद्री मील या एक दूसरे से लगभग एक मिनट की दूरी पर आ गए, जबकि इस क्षेत्र के लिए निर्धारित दूरी 10 मिनट थी. AAIB ने घटना और जांच प्रक्रिया के विवरण के साथ एक प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है. मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार, अंतिम जांच रिपोर्ट कुछ महीनों के भीतर जारी होने की संभावना है. क्या होता है एयरप्रॉक्स? एयरप्रॉक्स एक ऐसी स्थिति है जिसमें विमानों के बीच की दूरी के साथ-साथ उनकी सापेक्ष स्थिति और गति ऐसी होती है कि इसमें शामिल विमान की सुरक्षा से समझौता हो सकता है. यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि इस घटना में शामिल विमान टकराव की राह पर थे या नहीं. एयरप्रॉक्स घटनाओं को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है- टकराव का गंभीर जोखिम, विमान की सुरक्षा से समझौता हो सकता है, और टकराव का कोई जोखिम नहीं. हालांकि दोनों विमान भारत की ओर नहीं जा रहे थे या भारत से नहीं आ रहे थे, लेकिन AAIB जांच कर रहा है क्योंकि जिस क्षेत्र में यह घटना हुई वह मुंबई फ्लाइट इंफॉर्मेशन रीजन (FIR) के अंतर्गत आता है, जहां हवाई यातायात सेवाओं का प्रबंधन मुंबई हवाई यातायात नियंत्रण (ATC) द्वारा किया जाता है. सूत्रों के अनुसार, जांच के दौरान, घटना के समय ड्यूटी पर मौजूद दो हवाई यातायात नियंत्रकों को ऐसे मामलों में प्रोटोकॉल के अनुसार रोस्टर से हटा दिया गया और सुधारात्मक प्रशिक्षण के लिए भेज दिया गया. EL एएल का बोइएन्ग 777-200 विमान इजरायल से थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लिए निर्धारित उड़ान संचालित कर रहा था, जबकि कतर एयरवेज का बोइंग 777-300ER विमान दोहा से मालदीव के माले के लिए उड़ान संचालित कर रहा था. Tags: Airline News, Controversial airlinesFIRST PUBLISHED : September 30, 2024, 11:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed