जादू की छड़ी से कम नहीं है यह औजार किसानों के 6 काम करता है एक साथ

Super Seeder Machine: कृषि यंत्र एक्सपर्ट रंजीत सिंह ने बताया कि सुपर सीडर एक साथ कई काम करता है. किसानों को खेत तैयार करने में जहां कई दिन लग जाते हैं वहीं सुपर सीडर कुछ ही घंटे में खेत जोतने से लेकर गेहूं की बुवाई तक कर देता है. इससे किसानों का समय और डीजल दोनों बचता है. यह पराली को भी ठिकाने लगा देता है.

जादू की छड़ी से कम नहीं है यह औजार किसानों के 6 काम करता है एक साथ
सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर: कमाई के लिहाज से औसत दर्जे का काम माने जाने वाली किसानी को लेकर बीते कुछ सालों में लोगों की राय बदली है. अब कृषि को बड़े व्यवसाय के तौर पर भी देखा जा रहा है. कई निजी कंपनियां भी खेती में अपना हाथ आजमा रही हैं. खेती में हुए बदलाव के साथ-साथ खेती में होने वाले नए यंत्र भी आ गए हैं. उन्हीं में से एक खास यंत्र है सुपर सीडर, जिससे गेहूं की बुवाई करने के लिए खेत को जोतना नहीं होता बल्कि धान की कटाई के बाद किसान सीधे गेहूं की बुवाई कर सकते हैं. गुरु रामदास एग्रो के मालिक और कृषि यंत्र एक्सपर्ट रंजीत सिंह ने बताया कि पहले गेहूं की बुवाई करने के लिए किसानों को खेत में पराली को जलाना होता था लेकिन, एनजीटी के आदेशों के बाद पराली जलाने पर रोक लग गई. इससे किसानों को पराली को ठिकाने लगाने के लिए बड़ी समस्या हो गई. सुपर सीडर के आ जाने से पराली का निस्तारण तो होता ही है और कम लागत में गेहूं की बुवाई भी हो जाती है. क्या है सुपर सीडर सुपर सीडर ट्रैक्टर से जोड़कर चलाया जाता है. इसमें रोटावेटर के साथ-साथ एक सीडर लगा रहता है. रोटावेटर आगे मिट्टी को जोत कर उसमें पराली की मल्चिंग कर देता है और पीछे से सुपर सीडर गेहूं की बुवाई करता रहता है. गेंहू के साथ-साथ खाद भी दे सकते हैं. 7 फिट के सुपर सीडर से 1 घंटे में करीब 6 बीघा गेहूं की बुवाई हो जाती है. 8 फिट सुपर सीडर से करीब 7 बीघा गेहूं की बुवाई की जा सकती है. सुपर सीडर के टैंक में 75 किलो गेंहू और 75 किलो खाद भरने की क्षमता रहती है. कौन से ट्रैक्टर से चलेगा सुपर सीडर 7 फिट के 11 टाइन वाले रोटावेटर को चलाने के लिए 50 हॉर्स पावर ट्रैक्टर की जरूरत रहती है. 13 टाइन वाले 8 फिट के रोटावेटर को चलाने के लिए 60 हॉर्स पावर के ट्रैक्टर की जरूरत होती है. रोटावेटर के साथ पीछे चलने वाली स्टील की बनी डिस्क की भी जरूरत होती है. डीजल और समय की होती है बचत कृषि यंत्र एक्सपर्ट रंजीत सिंह ने बताया कि सुपर सीडर से गेहूं की बुवाई करने से किसानों का समय और डीजल दोनों बचता है. वैसे गेहूं की बुवाई करने के लिए सबसे पहले खेत से पराली को बाहर निकाला जाता है. उसके बाद दो बार डिस्क हैरो से जुताई करने के बाद रोटावेटर से जुताई की जाती है, फिर कल्टीवेटर से खेत की गहरी जुताई करने के बाद पाटा लगाकर समतल किया जाता है. सुपरसीडर से बुवाई करने के लिए गेहूं की कटाई के बाद बिना किसी जुताई के सीधे गेहूं की बुवाई कर सकते हैं. सुपर सीडर के लिए सरकार दे रही सब्सिडी सुपरसीडर से बुवाई करने के लिए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है. यूपी सरकार सुपर सीडर खरीदने पर किसानों को करीब 1 लाख 5 हजार की सब्सिडी दे रही है. सुपर सीडर की कीमत 2 लाख 60 हजार रुपए है. सब्सिडी पर सुपर सीडर खरीदने के लिए किसानों को यूपी सरकार की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होता है. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : July 1, 2024, 18:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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