आपके सिवा कोई नहीं जिसे पीड़ा सुना सकूं चंपई सोरेन ने शिबू सोरेन को लिखा लेटर

Champai Soren News: बुधवार को जेएमएम से इस्तीफा देने के बाद चंपाई सोरेन की सियासत अब बीजेपी की दहलीज पर खड़ी है. उनका जमशेदपुर का आवास का हरा से भगवा रंग का हो गया है. जेएमएम छोड़ने का उनका यह फैसला झारखंड की राजनीति के लिहाज से बहुत बड़ा तो है ही साथ ही चंपाई सोरेन के लिए पीड़ादायी भी. ऐसा उन्होंने स्वयं गुरुजी शिबू सोरेन को अपने पत्र में लिखा है.

आपके सिवा कोई नहीं जिसे पीड़ा सुना सकूं चंपई सोरेन ने शिबू सोरेन को लिखा लेटर
हाइलाइट्स पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने जेएमएम से दिया इस्तीफा, कहा-संघर्ष जारी रहेगा चंपाई सोरेन ने इस्तीफा देते हुए गुरुजी शिबू सोरेन को लिखी इमोशनल चिट्ठी. पटना. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन शुक्रवार 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. इससे पहले चंपाई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया. इसके बाद शिबू सोरेन को एक भावुक चिट्ठी लिखी है. अपनी भावना व्यक्त करते हुए चंपाई सोरेन ने लिखा कि उन्होंने कभी सपने में सोचा नहीं था कि वे पार्टी से अलग हो जाएंगे. शिबू सोरेन को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा है-आप वर्तमान में राजनीति से दूर हैं और आपके अलावा पार्टी में कोई और नहीं है, जहां अपने मन की पीड़ा को बता सकें. चंपाई सोरेन ने अपने ट्वीट में लिखा, आज झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता एवं सभी पदों से त्यागपत्र दिया. झारखंड के आदिवासियों, मूलवासियों, दलितों, पिछड़ों एवं आम लोगों के मुद्दों को लेकर हमारा संघर्ष जारी रहेगा. इसके बाद चंपाई सोरेन ने अपने इस्तीफे की चिट्ठी एक्स पर शेयर किया. चंपाई सोरेन ने अपने पत्र में लिखा, आदरणीय गुरु जी, जोहार. मैं चंपई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा की वर्तमान कार्य शैली एवं नीतियों से क्षुब्ध होकर पार्टी छोड़ने को विवश हूं. अत्यंत ही दुख से के साथ कहना पड़ रहा है कि आपके मार्गदर्शन में जिस पार्टी का सपना हम जैसे कार्यकर्ताओं ने देखा था एवं इसके लिए लोगों ने जंगलों, पहाड़ों एवं गांवों की खाक छानी थी, आज पार्टी अपने उसे दिशा से भटक चुकी है. झामुमो मेरे लिए एक परिवार जैसा रहा एवं मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे इसे छोड़ना पड़ेगा. लेकिन, पिछले कुछ दिनों में के घटनाक्रम की वजह से मुझे बहुत ही पीड़ा के साथ यह कठिन निर्णय लेना पड़ रहा है. चंपाई सोरेन ने आगे लिखा, आपके वर्तमान स्वास्थ्य की वजह से आप सक्रिय राजनीति से दूर हैं तथा आपके अलावा पार्टी में ऐसा कोई फोरम नहीं है जहां हम अपने मन की पीड़ा को बता सकें, इस वजह से मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्राथमिक सदस्यता एवं सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं. आपके मार्गदर्शन में झारखंड आंदोलन के दौरान तथा उसके बाद भी मुझे जीवन में बहुत कुछ सीखने का अवसर प्राप्त हुआ है. आप सदैव मेरे मार्गदर्शक बने रहेंगे, अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरा इस्तीफा स्वीकार करने की कृपा करें. भवदीय चंपाई सोरेन. आज झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता एवं सभी पदों से त्याग-पत्र दिया। झारखंड के आदिवासियों, मूलवासियों, दलितों, पिछड़ों एवं आम लोगों के मुद्दों को लेकर हमारा संघर्ष जारी रहेगा। pic.twitter.com/ZpAmm2dopr — Champai Soren (@ChampaiSoren) August 28, 2024

बता दें कि झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन शुक्रवार 30 अगस्त को BJP में शामिल होंगे. इसको लेकर झारखंड की राजनीति के जानकारों का कहना है कि सोरेन के बीजेपी में आने से आदिवासी वोटों में पार्टी की सेंध तो लगेगी. लेकिन इसके साथ राज्य इकाई में खेमेबाजी बढ़ने से इनकार नहीं किया जा सकता है. चंपई सोरेन के आने से बीजेपी के कई नेता अपने स्थान को लेकर चिंतित हैं. पार्टी पहले से ही खेमेबाजी से परेशान है. इसका ही असर था कि बीजेपी लोकसभा चुनाव में आदिवासियों के लिए आरक्षित कोई भी सीट नहीं जीत पाई.

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