छिंदवाड़ा के 10 बच्चों की मौत हो चुकी है और कई बच्चे अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं. जब इस मामले पर छिंदवाड़ा के एसडीएम से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने पहले सवालों से बचने की कोशिश की.उनसे पोस्टमॉर्टम न कराने के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि इसके लिए पेरेंट्स की सहमति चाहिए होती है.एसडीएम ने कहा कि मौत नागपुर में हुई थी और प्रशासन ने टॉक्सिन के लिए सैंपल भेजे हैं.उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टमॉर्टम में किडनी डैमेज की पुष्टि हो चुकी है और अलग से पोस्टमॉर्टम कराने की जरूरत नहीं है.