Exclusive: माइक्रो लैब्स केस में शामिल डॉक्टरों का खोला जाएगा काला चिट्ठा इनकम टैक्स से मंगवाया जा रहा है नाम और पता

Micro Labs Case: माइक्रो लैब्स केस में संलिप्त डॉक्टरों को बख्शा नहीं जाएगा. मेडिकल क्षेत्र की नियामक एजेंसी नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC) ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से ऐसे डॉक्टरों के नाम और पता की जानकारी मांगी हैं जो माइक्रो लैब्स केस में संलिप्त पाए गए हैं.

Exclusive: माइक्रो लैब्स केस में शामिल डॉक्टरों का खोला जाएगा काला चिट्ठा इनकम टैक्स से मंगवाया जा रहा है नाम और पता
हाइलाइट्सहाल ही में इनकम टैक्स ने माइक्रो लैब्स के 36 ठिकानों पर छापा मारा हैमाइक्रो लैब्स डोलो 650 टैबलेट बनाने वाली कंपनी है कंपनी ने रिश्वत के रूप में डॉक्टरों को 1000 करोड़ रुपये दिए Himani Chandna नई दिल्ली. हाल ही में बुखार के लिए चर्चित दवा डोलो-650 बनाने वाली फार्मा कंपनी माइक्रो लैब्स लिमिटेड के 9 राज्यों में 36 ठिकानों पर इनकम टैक्स का छापा मारा गया था. आरोप है कि कंपनी ने अनैतिक तरीके से अनुचित व्यापारिक गतिविधियों में शामिल होकर सरकार को सैकड़ों करोड़ रुपये का चूना लगाया है. कंपनी ने अपनी दवाई के प्रमोशन के बदले कई डॉक्टरों को करोड़ो घूस दिए और उन्हें विदेश दौरे पर भी भेजा. जो डॉक्टर इस केस में संलिप्त हैं, अब उनकी खैर नहीं है. क्योंकि नेशनल मेडिकल काउंसिल ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से ऐसे डॉक्टरों के नाम और पते की जानकारी मांगी है. न्यूज18.com को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल और एनएमसी को इस अनैतिक कार्य में शामिल डॉक्टरों पर अलग से जांच करने की जिम्मेदारी दी है. डॉक्टरों पर होगी कार्रवाई जुलाई में सेंट्रल बोर्ड ऑफ डाइरेक्ट टैक्स यानी सीबीडीटी ने डोलो 650 दवाई बनाने वाली कंपनी माइक्रो लैब्स लिमिटेड पर आरोप लगाया था कि इसने दवाई के प्रमोशन के बदले डॉक्टरों और मेडिकल प्रोफेशनलों को 1000 करोड़ रुपये की मुफ्त रेवड़ियां दी. बुधवार को एनएमसी ने सीबीडीटी के चेयरमैन को पत्र लिखकर फार्मा कंपनी और डॉक्टरों की साठगांठ की विस्तृत जानकारी मांगी है. एनएमसी ने सीबीडीटी से ऐसे डॉक्टरों के नाम, पता, रजिस्ट्रेशन नंबर सहित कई जानकारियां मांगी है. इस जानकारी को राज्य मेडिकल काउंसिल में भेजा जाएगा और उनसे डॉक्टरों पर उचित कार्रवाई करने के लिए कहा जाएगा. डॉक्टरों और फार्मा कंपनियों की कार्य प्रणाली का पता चलेगा एनएमसी इथिक्स कमिटी के सदस्य डॉ योगेन्द्र मलिक की तरफ से भेजे गए पत्र में इस बात पर जोर दिया गया है कि एनएमसी रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर्स के जीवन में नैतिकता लाने के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी हाल में अनुचित व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस घटना से परिचित एक सूत्र ने बताया कि नाम और पता आ जाने के बाद एनएमसी इस साठगांठ में शामिल डॉक्टरों से रिश्वत या अनैतिक कार्य के बारे में इंटरव्यू में लेगा. यह प्रक्रिया काफी लंबी चलेगी और इसमें नाम का आ जाना महज इसकी शुरुआत होगी. इंटरव्यू और चर्चा के आधार पर एनएमसी स्वास्थ्य मंत्रालय को जांच रिपोर्ट सौंपेगी. इसमें फार्मा कंपनियों और डॉक्टरों के बीच अनैतिक व्यवहार की कार्य प्रणाली के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: NMCFIRST PUBLISHED : August 03, 2022, 17:56 IST