तपती गर्मी में उगता है यह साग पर लोहे की तरह देता है शरीर को शक्ति

Poi Saag Benefits: जिस तरह यह साग तपती गर्मी में उगता है उसी तरह यह शरीर को लोहे जैसी शक्ति देता. यह साग हड्डियों को लोहे जैसी बना देता है. साथ ही यह पेट को साफ करने के लिए रामबाण औषधि है. इसके साथ ही यह स्किन को हमेशा के लिए जवां बना सकता है.

तपती गर्मी में उगता है यह साग पर लोहे की तरह देता है शरीर को शक्ति
Poi Saag Benefits: किसी भी साग को गर्मी में उपजाना बहुत मुश्किल है लेकिन मालाबार स्पीनेच ऐसा साग है जो तपती गर्मी में भी उग जाता है. यह सब्जी भी है और साग भी. मुख्य रूप से पोई साग की पैदावार भारत, श्रीलंका और इंडोनेशिया में होती है. इसे पोई या पुई साग भी कहा जाता है. गर्मियों में उगने वाला यह साग सेहत का खजाना है. भले ही यह तपती गर्मी में उगे लेकिन यह हमारे शरीर को लोहे जैसी शक्ति दे सकता है. पोई साग का सेवन करने से शरीर पर जादू की तरह असर होता है. पोई साग में कई तरह के विटामिन होते हैं. इसके अलावा इसमें कई तरह के मिनिरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कई बीमारियों के जोखिम से बचाने के लिए जरूरी है. पोई साग का सेवन करने से स्किन हमेशा जवां रहती है. पोई साग के फायदे यूनिवर्सिटी ऑफ डिस्ट्रिक्ट कोलंबिया के एक रिसर्च पेपर के मुताबिक मालवार पालक साग में सबसे ज्यादा विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटैशियम और आयरन होता है. मालवार पालक में साधारण पालक की तुलना में 3 गुना ज्यादा विटामिन सी और 1.5 गुना ज्यादा विटामिन ए होता है. मालवार साग के तने में भी औषधीय गुण होता है जिसे आमतौर पर साग में ही मिला दिया जाता है. यह डाययूरेटिक और लेक्सेटिव भी होता है. यानी यह पाचन शक्ति को बढ़ा देता है और पेट को साफ रखता है. इसके साथ ही पेशाब संबंधित बीमारियों में यह बहुत ही फायदेमंद है. मालावार साग में बहुत अधिक कैल्शियम की मात्रा होती है जिसके कारण यह हड्डियों को बहुत मजबूत बना देता है. इस साग को गर्म पानी में उबाल कर इसके पानी पीने से गले की खराश भी दूर हो जाती है. पर्पल रंग के मालावार पालक से आंखों का इंफेक्शन ठीक हो जाता है. इसके साथ ही आंखों की रोशनी के लिए भी फायदेमंद है. पोई साग में पोटैशियम, मैग्नीज और मैग्नीशियम जैसे तत्व भी होते हैं जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है और हार्ट संबंधी बीमारियों के जोखिम को कम करता है. हड्डियों को बना देता है फौलाद डायटीशियन गरिमा गोयल बताती हैं कि पोई साग में कैल्शियम भरा हुआ होता है. इसके साथ ही इसमें विटामिन के और आयरन की भी कोई कमी नहीं होती. इसलिए इस साग का सेवन करने से हड्डियां फौलाद बन सकती है. दूसरा यह हड्डियों में उम्र संबंधी क्षय को रोकता है. इससे ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी का जोखिम कम हो जाता है. स्किन पर लाता है ग्लो मालावार स्पीनेच या पोई साग में पालक साग की तुलना में 3 गुना ज्यादा विटामिन सी होता है. विटामिन सी स्किन के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है. इसी की वजह से स्किन को पोषण मिलता है और इससे कोलेजन का प्रोडक्शन भी बढ़ता है. इसलिए विटामिन सी स्किन में उम्र संबंधी विकारों को कम करने में मदद करता है. इसे भी पढ़ें-इस गहरे पीले फल में बसती है सेहत की पूरी दुनिया, 7-7 बीमारियों के लिए बन जाता है काल, पौष्टिकता में भी भरमार इसे भी पढ़ें-कान को साफ करने का सबसे बेस्ट तरीका क्या है? आप भी नहीं जानते होंगे! यहां समझ लेंगे तो जिंदगी में नहीं होगी परेशानी Tags: Health, Health tips, LifestyleFIRST PUBLISHED : May 8, 2024, 15:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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