धन-ते-रश! शिमला में बंपर कारोबार की उम्मीद ये है शॉपिंग के लिए शुभ मुहूर्त
धन-ते-रश! शिमला में बंपर कारोबार की उम्मीद ये है शॉपिंग के लिए शुभ मुहूर्त
Shimla Dhanteras Shopping: शिमला के बाजारों में खासी रौनक नजर आ रही है और बाजार में जबरदस्त भीड़ है. बर्तनों की कुछ ही दुकानों में ग्राहक नजर आ रहे हैं. सोना-चांदी खरीदने के लिए लोगों का तांता लगा है. धनतेरस पर सोने-चांदी के अलावा नए बर्तनों को खरीदना शुभ माना जाता है.
शिमला. धनतेरस के मौके पर हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के बाजारों में धन और रश (भीड़) दोनों देखने को मिलेगी. धनतेरस पर आभूषणों के साथ-साथ घर के लिए नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है. इसी के चलते बाजारों में खूब रौनक है. धनतेरस के दो दिन बाद दीपावली का पर्व है और इन त्यौहारों पर शिमला के सबसे बड़े लोअर बाजार में खरीददारी के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है. धनतेरस के मौके पर आभूषण विक्रेताओं की बल्ले-बल्ले हो रही है. सर्राफा कारोबारियों के मुताबिक इस बार शिमला सोने-चांदी और डायमंड का कारोबार 100 करोड़ से अधिक हो सकता है.
जिस तरह से लगातार सोने-चांदी की कीमतों में बढ़ौतरी हो रही है तो उसको देखते हुए लोग सोने-चांदी पर निवेश कर रहे हैं. शिमला में लगभग सभी ज्वैलर्स की शॉप्स में ग्राहकों की खासी भीड़ देखी जा रही है. वहीं, व्यापार मंडल का कहना है कि बीते साल के मुकाबले इस बार सभी दुकानदारों की कमाई में गिरावट आई है. बाजार में काफी संख्या में लोग जरूर हैं लेकिन खरीददारी करने वाले कम हैं. इस बार अधिकतर बर्तन कारोबारी कुछ निराश नजर आ रहे हैं, लेकिन कुछ दुकानों में इतनी भीड़ है कि तिल धरने की भी जगह नहीं है. शिमला में इस बार धनतेरस के मौके पर कांसे के परंपरागत बर्तनों की मांग सबसे ज्यादा है. इसके अलावा, लोग पीतल और स्टील के बर्तनों की खरीदारी करते हुए भी नजर आ रहे हैं.
बर्तनों की दुकान पर काफी ग्राहक
लोअर बाजार में विनोद अग्रवाल की बर्तनों की दुकान पर काफी ग्राहक नजर आए. विनोद अग्रवाल ने बताया कि लोगों में कांसे के बर्तन खरीदने के लिए भारी उत्साह देखा जा रहा है. इसके अलावा, अन्य धातुओं के बर्तन भी खरीदे जा रहे हैं लेकिन कांसे बर्तनों की मांग सबसे ज्यादा है. ग्रामीण इलाकों में शादी-ब्याह जैसे बड़े आयोजनों के लिए गांव की कमेटियां खाने बनाने के लिए पंरपरागत बर्तनों का इस्तेमाल कर रहे हैं. पूजा के लिए बर्तन खरीदने टुटू से आए एचएल शर्मा ने कहा कि अधिकतर घरों में लोग कांसे के बर्तनों में खाना-खाना पसंद कर रहे हैं.
ऑनलाइन शॉपिंग की वजह से असर
लोअर बाजार शिमला में तीन पीढ़ियों से बर्तनों का कारोबार कर रहे राजेश शर्मा का कहना है कि ऐसा धनतेरस पहली बार देखा है. इस बार काम पूरी तरह से ठप है. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शॉपिंग और मेगा मार्ट के खुलने से काफी नुकसान हो रहा है. राजेश ने कहा कि दुकानों में बर्तन देखने वाले काफी आ रहे हैं लेकिन खरीदने वालों की संख्या काफी कम है. बर्तन के दुकानदार संजय का भी यही कहना है कि ई-कॉमर्स कंपनियों की वजह से नुकसान हो रहा है.
सोने की जमकर खरीदारी
शिमला के मॉल रोड पर आभूषणों का कारोबार करने वाले निशिकांत शर्मा ने बताया कि इस बार सोने और चांदी के आभूषणों की खरीदारी करने के लिए काफी संख्या में लोग आ रहे हैं. इस खरीदारी को एक निवेश के रूप में भी देखा जा रहा है, कुछ लोगों में एडवांस बुकिंग करके रखी थी और धनतेरस के दिन खरीदारी की. उन्होंने कहा कि शिमला की दुकानों में इस त्यौहारी सीजन में 100 किलो से ज्यादा सोने की खरीदारी की उम्मीद है.
ऑनलाइन पेमेंट की वजह से कैश-फ्लो कम
वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इस बार ऑनलाइन पेमेंट की वजह से कैश-फ्लो कम है, जो सामान फाइनेंस हो रहा है उसमें कोई कमी नहीं है लेकिन खुदरा व्यापार में गिरावट नजर आ रही है, इसकी एक वजह ई-कॉमर्स कंपनियां भी हैं. उन्होंने कहा कि जबसे जीएसटी लागू हुआ है,स तबसे ये पता कर पाना मुश्किल हो रहा है कि कितना प्रदेश में धनतेरस पर कितना व्यापार हुआ है. अनुमान है कि इस बार अब तक बीते साल के मुकाबले 15 से 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, अब देखना होगा कि दिवाली तक कारोबार कितना रहता है.
क्या है खरीदारी का शुभ मुहूर्त
खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त की बात करें तो ज्योतिषाचार्य मस्त राम शर्मा ने बताया कि सुबह 10 बजकर 32 मिनट से लेकर खरीदारी का शुभमुहूर्त है, इस बार धनतेरस के अगले दिन तक खरीदारी करना शुभ है.
Tags: Dhanteras fraud, Diwali Celebration, Diwali Gift, Gold price News, Himachal pradesh news, Himachal Pradesh News Today, Shimla News, Shimla News TodayFIRST PUBLISHED : October 29, 2024, 11:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed