चेहरा सूजा हुआ नाक पर कालिखटैटू देख बिलख पड़े पिता कहा- यही है मेरा बेटा

Kuwait Fire News: कुवैत में एक बहुमंजिला इमारत में आग लगने से 49 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 40 भारतीय थे. कुवैती अधिकारियों ने शवों की पहचान करने के लिए मृतकों के परिजनों को बुलाया था. उन्‍हीं में से केरल निवासी एक शख्‍स ने बेटे के शव की शिनाख्‍त की दर्दभरी दास्‍तान बताई.

चेहरा सूजा हुआ नाक पर कालिखटैटू देख बिलख पड़े पिता कहा- यही है मेरा बेटा
कोट्टायम (केरल). कुवैत में एक इमारत में भीषण आग लगने से 49 लोगों की मौत हो गई. कुछ की झुलसने से मौत हुई तो कुछ की जान दम घुटने की वजह से हो गई. अग्निकांड में मारे गए 49 लोगों में 40 भारतीय थे. कुवैती अधिकारियों ने अग्निकांड में मारे गए भारतीयों की परिजनों को शिनाख्‍त करने के लिए बुलाया. इनमें से केरल निवासी प्रदीप भी एक थे. इस हादसे में प्रदीप के बेटे श्रीहरि (27) की भी मौत हो गई थी. प्रदीप ने बेटे के शव को पहचानने को लेकर दर्दभरी दास्‍तान सुनाई. उन्‍होंने बताया कि उन्‍होंने बेटे श्रीहरि के हाथ पर टैटू देखकर उसकी पहचान की. दक्षिणी कुवैत के मंगफ क्षेत्र में एक बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग में केरल के रहने वाले श्रीहरि की भी मौत हो गई. उनके पिता प्रदीप अपने 27 वर्षीय बेटे के हाथ पर बने टैटू से उसके शव की पहचान कर पाए. प्रदीप ने बताया कि कुवैत के अधिकारियों ने उन्हें अस्पताल के शवगृह में रखे एक शव की पहचान करने के लिए बुलाया था, जिसमें उन्होंने बेटे के हाथ पर बने टैटू से उसकी पहचान की. Kuwait Fire Incident:कोई ड्राइवर तो कोई इंजीन‍ियर… कुवैत अग्निकांड में मरने वाले भारतीयों की ल‍िस्‍ट आई सामने, देखें नाम ऐसे की बेटे के शव की पहचान प्रदीप ने गुरुवार को कुवैत में एक मलयालम टीवी न्‍यूज चैनल को रोते हुए बताया, ‘जब मैं वहां गया तो देखा कि उसका चेहरा पूरी तरह सूजा हुआ था और नाक पर कालिख लगी हुई थी. ऐसे में मैं अपने बेटे के शव की पहचान नहीं कर पा रहा था. फिर मैंने अधिकारियों को बताया कि उसके हाथ पर एक टैटू है और उसी के आधार पर श्रीहरि की पहचान की गई.’ श्रीहरि पिछले सप्ताह 5 जून को ही केरल से कुवैत लौटा था. वह और उसके पिता दोनों एक ही कंपनी में काम करते थे. प्रदीप पिछले 8 सालों से कुवैत में काम कर रहे थे. गांव मौत की खबर पहुंची इससे पहले दिन में श्रीहरि के परिवार के एक मित्र ने बताया था कि श्रीहरि एक सप्ताह पहले ही कुवैत वापस लौटा था, लेकिन अब उसकी मौत की खबर गांव पहुंची. उन्होंने कहा कि कुवैत लौटने के मुश्किल से एक हफ्ते बाद ही हमें श्रीहरि की मौत की जानकारी मिली. हमें बुधवार दोपहर को इस बारे में पता चला. उन्होंने आगे बताया कि मैकेनिकल इंजीनियर बनने से पहले श्रीहरि ने कुवैत की एक सुपरमार्केट में भी काम किया था. श्रीहरि के परिवार के एक दोस्त ने कहा, ‘उसके पिता आज (गुरुवार 13 जून) केरल लौट सकते हैं और शुक्रवार को श्रीहरि का पार्थिव शरीर भारत लाया जा सकता है.’ आधिकारिक पुष्टि नहीं न तो केंद्र सरकार, न राज्य सरकार और न ही कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने आग में मारे गए भारतीयों की पहचान की आधिकारिक पुष्टि की है. कुवैत के दक्षिणी अहमदी गवर्नरेट के मंगाफ क्षेत्र में स्थित सात मंजिला इमारत की रसोई में बुधवार को आग लगने से 49 विदेशी मजदूरों की मौत हुई थी और 50 अन्य घायल हुए थे. मृतकों में करीब 40 भारतीय हैं. इमारत में 195 प्रवासी मजदूर रह रहे थे. गृह मंत्रालय और फायर डिपार्टमेंट के अधिकारियों के अनुसार, आग तड़के 4 बजे के बाद उस समय लगी, जब इमारत में रहने वाले 196 श्रमिकों में से ज्यादातर सो रहे थे. Tags: Kerala News, Middle east, National NewsFIRST PUBLISHED : June 13, 2024, 18:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed