JCB से चल रही थी खुदाई फिर हुआ कुछ ऐसा कि परिजनों का हाल हो गया बेहाल

Mumbai JCB News: मुंबई के वर्सोवा इलाके में सूर्य वाटर सप्‍लाई प्रोजेक्‍ट का काम चल रहा है. JCB से खुदाई का काम चल रहा है. एक दिन धसान होने की वजह से जेसीबी ऑपरेटर मलबे में दब गया. 19 दिन के बाद भी जेसीबी ऑपरेटर का कुछ पता नहीं चल सका है.

JCB से चल रही थी खुदाई फिर हुआ कुछ ऐसा कि परिजनों का हाल हो गया बेहाल
मुंबई. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से बड़ी खबर सामने आ रही है. महानगर के वर्सोवा इलाके में वाटर सप्‍लाई प्रोजेक्‍ट पर काम चल रहा है. इसके तहत JCB से खुदाई हो रही थी, उसी वक्‍त एक बड़ा हादसा हो गया. सुरंग की खुदाई के दौरान मिट्टी धंस गई. इसकी चपेट में JCB ऑपरेटर भी आ गए और मिट्टी के मलबे में दब गए. हादसे के 19 दिन बाद भी JCB ऑपरेटर का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है. महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री एकनाथ शिंदे भी घटनास्‍थल का दौरा कर चुके हैं. दरअसल, वसई में वर्सोवा ब्रिज के साथ चल रहे सूर्य जल आपूर्ति परियोजना के लिए सुरंग शाफ्ट खुदाई कार्य के दौरान 38 वर्षीय खुदाई मशीन ऑपरेटर के मलबे में फंसने के 19 दिन बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साइट का दौरा किया. यह घटना 29 मई की रात की बताई गई है. ऑपरेटर की पहचान राकेश यादव (38) के रूप में की गई है. अंडरग्राउंड पाइपलाइन को ठाणे क्रीक से जोड़ने के लिए सुरंग बनाने की प्रक्रिया के दौरान सामग्री निकालने के लिए मशीन को शाफ्ट में नीचे कर रहा था. सड़क पर दरी बिछाकर मना रहे थे पिकनिक, पीछे से आई जेसीबी, चटाई ऐसी धूल, रोने जैसी हुई सूरत! अचानक से ढह गया ढांचा मिट्टी खिसक गई और दीवार का ढांचा ढह गया, क्योंकि मशीन ऑपरेटर सहित शाफ्ट के नीचे गिर गई. खुदाई में एक पोर्टेबल ऑफिस कंटेनर भी गिर गया. JCB चालक सहित चालक पूरी तरह से मलबे में दब गया. घटना के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड को सतर्क कर दिया गया था. मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंचीं और बचाव अभियान शुरू किया. Mumbai: “This incident is unfortunate… A JCB operator Rakesh Yadav got trapped under debris after a wall collapsed. The rescue operation is underway, but we have not been able to rescue him yet… We are confident that through a joint operation, we will rescue him…… pic.twitter.com/swtc0DMmre — IANS (@ians_india) June 14, 2024

19 दिन बाद भी पता नहीं
हालांकि, घटना के 19 दिन बाद भी टीमें JCB ऑपरेटर का पता नहीं लगा पाई हैं. मुख्यमंत्री शिंदे ने बताया कि उन्नत उपकरणों की मदद से बचाव अभियान में एनडीआरएफ और अग्निशमन कर्मियों की सहायता के लिए सशस्त्र बलों और तट रक्षकों को शामिल किया गया है. वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (वीजेटीआई) की एक टीम ने साइट की स्थिति और संरचनात्मक स्थिरता का आकलन करने के लिए एक निरीक्षण भी किया है. वीजेटीआई की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. शिंदे ने यह भी कहा कि 50 लाख रुपये के मुआवजे के अलावा L&T को यादव परिवार के एक सदस्य को अपनी कंपनी में नौकरी देने का निर्देश दिया गया है.

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