जम्मू-कश्मीर: आतंकी सगंठनों का गैंगबार जैश कमांडर के भाई को उतारा मौत के घाट बगीचे में मिला शव
जम्मू-कश्मीर: आतंकी सगंठनों का गैंगबार जैश कमांडर के भाई को उतारा मौत के घाट बगीचे में मिला शव
आतंकी सगंठनों में ताजा टकराव कश्मीर में हुआ है. जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहीदीन के आतंकियों की आपसी लड़ाई में जैश कमांडर के भाई को मार दिया गया है. घटना 5 सितंबर की है जिसमें कश्मीर के शोपियां जिले के नारपोरा में जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर आशिक नेंगरु के छोटे भाई मजूंर अहमद नेंगरु का हिजुबल मुजाहीदीन के आतंकियो ने पहले अपहरण किया और बाद मे गोलिया से छलनी कर उसे मौत के घाट उतार दिया.
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन आल-आउट का ही असर है कि अब आतंकी सगंठनों में भी गैंगबार शुरु हो गया है. काडर और हथियारों की कमी से जूझ रहे आतंकी सगंठन अपनी तंजीम की साख बचाने की होड़ में लगे हुए हैं. सीमा पार बैठे आतंकी सगंठनों के आकाओं को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से फंड में कमी मुख्य वजह मानी जा रही है.
आतंकी सगंठनों में ताजा टकराव कश्मीर में हुआ है. जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहीदीन के आतंकियों की आपसी लड़ाई में जैश कमांडर के भाई को मार दिया गया है. घटना 5 सितंबर की है जिसमें कश्मीर के शोपियां जिले के नारपोरा में जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर आशिक नेंगरु के छोटे भाई मजूंर अहमद नेंगरु का हिजुबल मुजाहीदीन के आतंकियो ने पहले अपहरण किया और बाद मे गोलिया से छलनी कर उसे मौत के घाट उतार दिया.
आशिक नेंगरू अपने भाई की हत्या से इस समय POK यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के नीलम घाटी में डेरा लगाए बैठा काफी तिलमलिया हुआ है और उसने हिजबुल के स्थानीय कमांडरों और आतंकियों के परिवारों को मारने की धमकी दे डाली है. उसने कहा है कि आने वाले दिनों में इसका अंजाम भुगतने के लिए हिजबुल तैयार रहे.
सूत्रो के अनुसार लगभग एक महीना पहले ड्रोन के जरिए आई हथियारों की एक बडी खेप जोकि आशिक नेंगरु ने भेजी थी, यह खेप पीओके में जैश-ए-मोहम्मद कैडर के लिए थी जिसे हिजबुल के आतंकियो ने हथिया लिया था और उसी दिन से दोनो संगठनों के बीच टकराव शुरु हो गया था. सूत्रों का कहना है कि पीओके में बैठे जैश के कमांडरों और हिजबुल के कमांडरो के बीच इस बारे में काफी बहसबाजी भी हुई और इसी कारण कश्मीर में सक्रिय हिजबुल के आतंकियो ने आशिक नेंगरु के भाई मजूंर का अपहरण कर लिया और उसका शव सोमवार 5 सितंबर को एक सेब के बगीचे मे मिला.
आपको बता दें कि कश्मीर के जिला पुलवामा व शोपियां में जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहीदीन के बीच वर्चस्व की लड़ाई कोई नई नही है पहले भी इन दोनों ग्रुपों के बीच काफी लड़ाई हो चुकी है. जनवरी 2011 से लेकर तक दोनो ग्रुपों में आपसी लड़ाई के चलते चार आतंकियो की मौत हो चुकी है और कई ओवर ग्राऊंड वर्कर पकड़े गए हैं. हथियार, पैसा और ओवर ग्राऊंड वर्करों पर अपना हक जताने के लिए ये दोनो ग्रुप आमने-सामने आते रहे हैं.
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जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर आशिक नेंगरु एक डॉक्टर और मौलवी भी है. अक्टूबर 2018 से ही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सक्रिय है. उसका एक भाई 2018 में सुरक्षा के साथ मुठभेड़ में मारा जा चुका है और वह भी जैश का आतंकी था वहीं एक भाई रियाज हथियार सप्लाई करने के आरोप में जेल में है तो एक भाई की हत्या हिजबुल के आतकियों ने कर दी है. सूत्रों का कहना है कि नेंगरु बहुत बौखलाया हुआ है और आने वाले दिनों में कश्मीर में सक्रिय हिजबुल के आतंकियों पर अपना कहर जरूर बरपाएगा.
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Tags: Hizbul Mujahideen, Jaish e mohammad, Jammu kashmir, PoKFIRST PUBLISHED : September 07, 2022, 18:32 IST