पहली बार 6 राजगिद्धों का होगा DNA जांच प्रजनन को लेकर बढ़ाई जाएगी सुरक्षा
पहली बार 6 राजगिद्धों का होगा DNA जांच प्रजनन को लेकर बढ़ाई जाएगी सुरक्षा
Jatayu Fertility Center: यूपी के गोरखपुर में जटायु प्रजनन केंद्र में राजगिद्धों की संख्या बढ़ाने के लिए एक नया कदम उठाया जा रहा है. यहां गिद्धों की DNA जांच के लिए हैदराबाद की एक लैब भेजे जाएंगे. बता दें कि प्रजनन केंद्र में चित्रकूट से 1 नर और 5 मादा गिद्ध लाए गए हैं.
गोरखपुर: यूपी के गोरखपुर में भारीवैसी स्थित देश के पहले जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र में राजगिद्धों की संख्या बढ़ाने के लिए एक नया कदम उठाया जा रहा है. यहां मौजूद 6 राजगिद्धों (रेड हेडेड वल्चर) की पहली बार DNA जांच की जाएगी. इस जांच का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इन गिद्धों का प्रजनन सही और सुरक्षित हो सके. इनके सैंपल हैदराबाद की एक लैब में भेजे जाएंगे.
क्यों जरूरी है DNA जांच
प्रजनन केंद्र में चित्रकूट से लाए गए 6 गिद्ध (1 नर और 5 मादा) हैं. DNA जांच के जरिए पता लगाया जाएगा कि कहीं ये सभी एक ही वंश के तो नहीं हैं. अगर ऐसा हुआ, तो इनकी ब्रीडिंग नहीं कराई जाएगी. क्योंकि विशेषज्ञों के मुताबिक एक ही वंश के गिद्धों का प्रजनन उनके लिए घातक हो सकता है. आनुवांशिक बीमारियों, दिव्यांगता और संतानों के कमजोर होने की संभावना रहती है, जिससे उनकी जीवन दर और प्रजनन क्षमता पर भी बुरा असर पड़ता है.
वंश विविधता के लिए है नई योजना
अगर जांच में यह साबित होता है कि ये गिद्ध एक ही वंश के हैं, तो ललितपुर के जंगलों से नए गिद्ध लाकर जोड़े बनाए जाएंगे. इससे राजगिद्धों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी. जटायु केंद्र के अधिकारी मानते हैं कि फिलहाल केंद्र में मौजूद सभी गिद्ध चित्रकूट से लाए गए हैं. इसलिए यह संभव है कि वे एक ही वंश के हों.
प्रजनन की चुनौतियों से निपटने की कोशिश
DNA जांच के लिए इन गिद्धों के पंखों के नमूने लिए जाएंगे और हैदराबाद की लैब में भेजे जाएंगे. इसका उद्देश्य है प्रजनन प्रक्रिया को सुरक्षित बनाना और गिद्धों की संख्या में वृद्धि करना. राजगिद्ध जो गिद्धों की चार प्रजातियों में से सबसे शक्तिशाली माने जाते हैं कि मादा साल में केवल एक ही अंडा देती है, इसलिए उसकी ब्रीडिंग प्रक्रिया पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
अधिकारियों की तैयारी
वहीं, DFO विकास यादव ने बताया कि DNA जांच से हमें गिद्धों के वंश की सही जानकारी मिलेगी, जिससे प्रजनन को प्रभावी और सुरक्षित बनाया जा सकेगा. इस कदम से गिद्ध संरक्षण को एक नई दिशा मिलेगी और इनकी संख्या बढ़ाने की कोशिशें सफल हो सकेंगी.
Tags: DNA test, Gorakhpur news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 13:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed