कांग्रेस नेताओं पर हमला और फारूक अब्दुल्ला की तारीफ आखिर चाहते क्या हैं गुलाम नबी आजाद
कांग्रेस नेताओं पर हमला और फारूक अब्दुल्ला की तारीफ आखिर चाहते क्या हैं गुलाम नबी आजाद
आजाद ने हालांकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की प्रशंसा की और कहा कि कांग्रेस पार्टी से उनके बाहर निकलने पर अब्दुल्ला की टिप्पणी से उनकी परिपक्व राजनीति का पता चलता है.
हाइलाइट्सगुलाम नबी आजाद ने कहा कि एसएमएस के जरिए हमारे खिलाफ कांग्रेस झूठ का प्रचार कर रही है.गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी पर ‘अपरिपक्व और बचकाने व्यवहार’ का भी आरोप लगाया.गुलाम नबी आजाद ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की प्रशंसा की.
जम्मू. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस नेताओं पर परोक्ष रूप से हमला बोलते हुए रविवार को कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए खून और पसीना बहाया है जबकि कांग्रेस के कुछ नेता सोशल मीडिया के जरिए ‘झूठ’ फैला रहे हैं. आजाद ने हालांकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की प्रशंसा की और कहा कि कांग्रेस पार्टी से उनके बाहर निकलने पर अब्दुल्ला की टिप्पणी से उनकी परिपक्व राजनीति का पता चलता है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने करीब पांच दशकों के बाद 26 अगस्त को पार्टी को अलविदा कह दिया और दावा किया कि देश का सबसे पुराना दल अब ‘समग्र रूप से नष्ट हो चुका है’ तथा इसका नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर ‘धोखा दे रहा है.’
उन्होंने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर ‘अपरिपक्व और बचकाने व्यवहार’ का भी आरोप लगाया और कहा कि अब सोनिया गांधी नाममात्र की नेता रह गई हैं क्योंकि फैसले राहुल गांधी के ‘सुरक्षागार्ड और निजी सहायक’ करते हैं. आजाद ने कांग्रेस नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘जो लोग मुझे बदनाम करना चाहते हैं, उनकी पहुंच केवल ट्विटर या कंप्यूटर तक ही है, जो एसएमएस के जरिए झूठ का प्रचार करते हैं, यही प्रमुख कारण है कि कांग्रेस जमीन से गायब हो गई है.’’ कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद आजाद ने जम्मू में अपनी पहली जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही. आजाद ने किसी कांग्रेस नेता का नाम लिए बिना कहा, ‘‘मैं उस व्यक्ति की तरह नहीं हूं जो दिल्ली में अपने घर पर बैठकर झूठ फैला रहा है. मैं हमेशा से ही जमीन से जुड़ा रहा हूं और मैंने प्रचार के दौरान पंचों और सरपंचों के घरों में समय बिताया है.’’
आजाद ने 1977 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने इसके विरोध में लगभग पांच हजार युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का नेतृत्व किया और उन्हें कई महीनों तक जेल में रहना पड़ा क्योंकि उन्होंने बांड पर बाहर आने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा, ‘‘आज, मैं देख रहा हूं कि कांग्रेस कार्यकर्ता जेल जाने से पहले पुलिस महानिदेशक और पुलिस आयुक्तों से फोन पर संपर्क कर रहे हैं और एक घंटे के भीतर रिहाई की मांग कर रहे हैं. यही एक कारण है कि कांग्रेस आगे नहीं बढ़ रही है.’’ आजाद ने कहा कि उन्हें कांग्रेस नेतृत्व के प्रति सहानुभूति है क्योंकि पार्टी कंप्यूटर और ट्विटर पर नहीं बनी है. एसएमएस के जरिए हमारे खिलाफ झूठ का प्रचार कर रही है. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस हमारे खून और पसीने की वजह से मजबूत थी.
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Tags: Congress, Farooq Abdullah, Ghulam nabi azadFIRST PUBLISHED : September 04, 2022, 21:55 IST