क्या है कंगारू मदद केयर यूनिट जो जच्चा-बच्चा के लिए है जरूरी
क्या है कंगारू मदद केयर यूनिट जो जच्चा-बच्चा के लिए है जरूरी
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कंगारू मदर केयर यूनिट की शुरुआत की गई है. जिला महिला अस्पताल में एसएनसीयू के साथ ही महिलाओं को यह सुविधा मिल रही है. इस विभाग में कुल 12 बेड मौजूद रहेंगे जो बच्चों और मां को कंगारू विधि द्वारा इलाज करने के लिए सहायक होंगे.
विशाल झा /गाज़ियाबाद: आपने टीवी या फिर जंगल में कंगारू को अपने बच्चों को पॉकेट में रखकर उछलते हुए देखा होगा. लेकिन, कंगारू की इस विधि का मेडिकल साइंस मां और बच्चे के बीच भावनात्मक लगाव के साथ ही इलाज के रूप में भी इस्तेमाल करता है. जी, हां इस विधि को कंगारू मदर केयर यूनिट (केएमसी ) कहते हैं.
इस विधि में अपने बच्चों को मां अपने सीने से लगा कर रखती है. एक ऐसी मेडिकल पॉकेट तैयार की जाती है, जिससे कि बच्चा हमेशा अपनी मां के पास ही लगा रहता है. गाजियाबाद के जिला महिला अस्पताल में उत्तर प्रदेश का पहला जच्चा- बच्चा देखभाल केंद्र शुरू किया गया है. अस्पताल परिसर में एमएसएनसीयू वार्ड में ही दो बेड से इस विधि का ट्रायल शुरू किया गया है. जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी का कहना है कि नई यूनिट के बेहतर संचालन के लिए सभी स्टाफ को प्रशिक्षित किया जा रहा है. कंगारू मदर केयर विधि को लेकर कई प्रकार की भ्रांति समाज में फैली हुई है. जिसे तोड़कर इस विधि को स्वीकार करने के लिए मां और उनके परिवार को प्रेरित किया जाएगा. इस वार्ड में और वार्ड के बाहर भी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
क्या होता है कंगारू मदर केयर?
यह एक ऐसी विधि होती है, जिसमें बच्चा अपनी मां की छाती से चिपक कर आराम करता है. इस विधि में बच्चा थोड़े कपड़े या फिर बिल्कुल कपड़े के बिना ही अपनी मां की खुली छाती के त्वचा से संपर्क में रहता है. इस विधि के द्वारा बच्चों के शरीर में भी तापमान बना रहता है और वह बाहरी संक्रमण से भी बच जाता है. इस प्रक्रिया की विधि बच्चों के वजन पर निर्भर करती है. इस विधि को लेकर जागरूकता की कमी के कारण लोग इसे अब भी ठीक से सहयोग नहीं करते हैं.
Tags: Ghaziabad News, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 19, 2024, 15:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed