दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर 24 ब्लैक स्पॉट्स की पहचान रोज बढ़ रहे हादसे!

पीयूष सिंह ने बताया कि ब्लैक स्पॉट्स की सूची में डीएमआई, ईएफ, दिल्ली-सहारनपुर हाइवे, और आरडीसी जैसे महत्वपूर्ण स्थान शामिल हैं. डीएमआई पर 2, ईएफ पर 4, और दिल्ली-मेरठ मार्ग पर 6 ऐसे स्पॉट्स चिन्हित किए गए हैं.

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर 24 ब्लैक स्पॉट्स की पहचान रोज बढ़ रहे हादसे!
गाज़ियाबाद: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं से निपटने के लिए यातायात विभाग ने जिले में 24 ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की है. एडीसीपी ट्रैफिक पीयूष सिंह ने बताया कि सड़कों पर बढ़ती दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से इन खतरनाक ब्लैक स्पॉट्स की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है और संबंधित विभागों को भेजी गई हैँ. इनमें से कई स्थानों पर पिछले एक साल में बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं. पीयूष सिंह ने बताया कि ब्लैक स्पॉट्स की सूची में डीएमआई, ईएफ, दिल्ली-सहारनपुर हाइवे, और आरडीसी जैसे महत्वपूर्ण स्थान शामिल हैं. डीएमआई पर 2, ईएफ पर 4, और दिल्ली-मेरठ मार्ग पर 6 ऐसे स्पॉट्स चिन्हित किए गए हैं. इसके अलावा, यूपी गेट से लेकर मोहननगर तक भी कई ब्लैक स्पॉट्स मौजूद हैं, जहां दुर्घटनाओं की दर अधिक है. अधिकारियों ने इन स्थानों का मुआयना कर, कारणों का पता लगाया और बचाव के उपायों की सिफारिशें की है. कहां हुई सबसे अधिक मौत? पीयूष सिंह ने बताया कि सबसे खतरनाक ब्लैक स्पॉट्स में भोजपुर कट से अमराला गांव तक का हिस्सा है, जहां पिछले साल 9 लोगों की मौत हुई थी. इस क्षेत्र में वाहन चालक अक्सर गलत यू-टर्न लेने के कारण हादसे का शिकार होते हैं. इसके अलावा, हवाई रेस्टोरेंट के सामने 5 मौतें और सुंदरदीप कॉलेज के सामने 2 मौत की घटनाएं दर्ज की गई हैं. एनएच-9 पर हादसों का कारण पीयूष सिंह ने बताया कि एनएच-9 पर भी कई ब्लैक स्पॉट्स चिन्हित किए गए हैं. खासकर खोडा और गौर ग्रीन क्षेत्र में ट्रैफिक मर्ज के दौरान दुर्घटनाएं हो रही हैं, जहां पांच मौतें हो चुकी हैं. आईपीईएम कॉलेज के आस-पास 7 मौतें हुई हैं, जहां हाईवे पर तेज रफ्तार वाहनों की वजह से लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं. हादसों को रोकने के लिए होंगे उपाय पीयूष सिंह ने बताया कि यातायात विभाग अब इन ब्लैक स्पॉट्स पर हादसों को रोकने के लिए बचाव के उपायों पर काम कर रहा है. विभाग की योजना है कि इन स्थानों पर बेहतर सड़क संकेत, स्पीड ब्रेकर, और ट्रैफिक नियंत्रण के उपाय किए जाएं, जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके. Tags: Ghaziabad News, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 6, 2024, 12:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed