खुद के सपने को पूरा करने के साथ ही दूसरी लड़कियों को बना रही सेल्फ डिपेंडेंट

Global Happiness Foundation: गाजियाबाद की एक 27 वर्षीय महिला समाज वृद्ध, गरीबों और लड़कियों का सहारा बनकर उभर रही हैं. वह ग्लोबल हैप्पीनेस फाउंडेशन की स्थापना की है. इसके माध्यम से वह लोगों की मदद करती हैं. पढ़ें प्रेरणादायक स्टोरी...

खुद के सपने को पूरा करने के साथ ही दूसरी लड़कियों को बना रही सेल्फ डिपेंडेंट
अदिति शुक्ला/गाजियाबाद: यूपी में गाजियाबाद की एक 27 वर्षीय महिला की प्रेरणादायक कहानी है. जिन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के साथ-साथ गाजियाबाद की लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने का भी संकल्प लिया है. वह लड़कियों, समाज के कमजोर वर्ग और वृद्धों का सहारा बनकर लोगों की मदद कर रही हैं. गाजियाबाद की राधिका राजपूत ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद एमएससी में एडमिशन लिया, लेकिन एक नया मार्ग अपनाने की चाहत ने उन्हें इसे बीच में ही छोड़ने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने अपने सपने का एक और कदम बढ़ाते हुए एक ग्रीन टी का व्यवसाय शुरू किया, जो धीरे-धीरे सफल हुआ और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में काफी मदद मिली. लड़कियों को रोजगार देने में करती हैं मदद राधिका का मुख्य सपना एक मॉडल और कलाकार बनने का है. उन्होंने इस दिशा में काम करना शुरू किया, लेकिन उनकी जिजीविषा और समाज के प्रति जिम्मेदारी ने उन्हें एक नई दिशा प्रदान की. उन्होंने ग्लोबल हैप्पीनेस फाउंडेशन की स्थापना की, जो विशेष रूप से गाजियाबाद की लड़कियों को रोजगार के लिए कौशल विकास में सहायता प्रदान करती है. इसके साथ ही उनका फाउंडेशन वृद्ध लोगों के स्वास्थ्य के प्रति भी सजग है. जहां नियमित रूप से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करता है. समाज के कमजोर लोगों का बनी हैं सहारा राधिका का प्रयास न केवल उनके व्यक्तिगत सपनों को साकार करने में है, बल्कि यह समाज के कमजोर वर्गों के लिए भी एक बड़ा सहारा है. उनके कार्यों से गाजियाबाद की लड़कियों को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिला है. साथ ही वृद्ध लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है. राधिका का समर्पण और कठिनाईयों का सामना करते हुए समाज में बदलाव लाने की उनकी लगन उन्हें एक सच्ची प्रेरणा देती है. Tags: Ghaziabad News, Local18FIRST PUBLISHED : August 5, 2024, 14:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed