जेल जाने से पहले बोले आनंद मोहन- बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है मैं बेकसूर हूं
जेल जाने से पहले बोले आनंद मोहन- बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है मैं बेकसूर हूं
Anand Mohan News: गोपालगंज के तत्कालीन DM की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन पैरोल ख़त्म होने के बाद फिर से जेल जा रहे हैं. जेल जाने से पहले इस नेता ने कहा कि मुझे कोर्ट पर पूरा भरोसा है कि मुझे न्याय मिलेगा. मैं निर्दोष हूं.
पटना. गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन ने एक बार फिर से खुद को बेकसूर बताया है. एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए 15 दिनों के पैरोल पर बाहर आए आनंद मोहन 15 दिनों की मियाद खत्म होने के बाद जेल जा रहे हैं. जेल जाने के पहले आनंद मोहन ने न्यूज 18 से बातचीत में कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी और अपनी भावनाओं से लेकर भविष्य की राजनीति पर भी चर्चा की.
आनंद मोहन ने यह कह के राजनीतिक हलचल तेज कर दी कि राजनीति सम्भावनाओं का खेल है. आनंद मोहन बताते हैं कि तत्कालीन DM की हत्या के मामले में मुझे आजीवन कारावास की सजा मिली लेकिन मैं उस मामले में निर्दोष था. जिस वक़्त ये घटना घटी लगभग तीन हजार के आसपास की भीड़ थी और उसी भीड़ ने इस घटना को अंजाम दिया. मुझे जानकारी तक नहीं लगी कि क्या हुआ. बाद में पता चला कि ये घटना घटी जो बेहद दुखद थी. इसी वजह से मुझे सजा मिल गई. मैं इस घटना में पूरी तरह से निर्दोष था लेकिन नियति को यही मंज़ूर था लेकिन इस घटना के बाद दो परिवार पूरी तरह से टूट चुका था एक मेरा परिवार और दूसरा DM साहब का परिवार लेकिन इसमें भी अंतर था. आनंद मोहन ने कहा कि DM साहब की पत्नी ने तो अपने बच्चों को बड़ा होते देखा लेकिन मैं तो वो भी नहीं देख सका.
आनंद मोहन से जब ये भी पूछा गया कि आपको लोग बाहुबली कहते थे और आपकी राजनीति तत्कालीन सरकार के खिलाफ हुई थी. आप पर एक जाति की राजनीति का भी आरोप लगा, साथ ही अगड़ों-पिछड़ों की राजनीति का भी आरोप लगा और आज आपके बेटे उसी पार्टी से विधायक हैं. इस पर आनंद मोहन कहते हैं कि मुझे मीडिया ने बाहुबली बना दिया. मैं तो गरीबों और समाज के सताए हुए लोगों के लिए लड़ता था. उनके हक की लड़ाई लड़ना अगर बाहुबली कहलाता है तो मुझे बाहुबली कहलाने में कोई एतराज नहीं है.
जाति की राजनीति करने के आरोपों पर आनंद मोहन ने कहा कि ये तो बिहार की राजनीति की कड़वी हकीकत है. इससे कोई नेता नहीं बच सका है. लालू यादव मुख्यमंत्री रह चुके हैं लेकिन उन्हें आज भी यादवों का नेता कहा जाता है. नीतीश कुमार लंबे समय से बिहार के मुख्यमंत्री हैं लेकिन उन्हें भी लव कुश का नेता माना जाता है. इसलिए मुझ पर भी ये आरोप लग जाता है, लेकिन मैंने जाति देख कर राजनीति नहीं की.
आनंद मोहन कहते हैं कि जिस वक़्त मैंने राजनीति की, उस वक़्त मेरी राजनीतिक लड़ाई तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू यादव से थी लेकिन उसके बाद मेरे संबंध लालू यादव से काफी बेहतर हुए और आज मेरा बेटा उन्हीं की पार्टी से विधायक है. मेरी पत्नी राजद की नेत्री हैं. आनंद मोहन ने कहा कि मेरे नीतीश जी से भी काफी अच्छे संबंध हैं और कई बार जब मेरी भावनाओं से जुड़े कोई मुद्दे को लेकर मेरी पत्नी और बेटे ने उनलोगों से बातचीत की तो उनका पूरा समर्थन भी मिला है और आज भी मिल रहा है. पूर्व सांसद ने कहा कि राजनीति में कहा भी जाता है कि राजनीति में ना तो कोई स्थायी दोस्त होता है और ना ही दुश्मन, इसी लिए राजनीति को सम्भावनाओं का खेल भी कहा जाता है.
आनंद मोहन ने कहा कि मेरे तमाम राजनीतिक दलो से बेहतर संबंध हैं और लगभग तमाम राजनीतिक दलों ने मेरा हालचाल पूछा जो मेरे लिए भावनात्मक अनुभव रहा. आनंद मोहन कहते हैं कि मुझे पूरा भरोसा है कि माननीय कोर्ट से मुझे जल्द ही न्याय मिलेगा और अपनी बेटी की शादी में शामिल हो पाऊंगा साथ ही बिहार की जनता का आशीर्वाद भी मिलेगा.
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Tags: Bihar News, PATNA NEWSFIRST PUBLISHED : November 20, 2022, 13:02 IST