डॉक्टरों की एक गलती से बर्बाद हुई इस महिला की जिंदगी अब कभी नहीं बन पाएगी मां
डॉक्टरों की एक गलती से बर्बाद हुई इस महिला की जिंदगी अब कभी नहीं बन पाएगी मां
फिरोजाबाद के हुमांयूपुर में रहने वाली युवती अंकिता भारद्वाज ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि 22 फरवरी 2021 को प्रसव पीड़ा होने पर वह सरकारी महिला अस्पताल में भर्ती हुई थी. जहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए बोला.
धीर राजपूत/ फिरोजाबाद: कहते हैं कि डॉक्टर भगवान का रुप होते हैं, लेकिन किसी डॉक्टर की लापरवाही से जिंदगी बर्बाद हो जाए, तो उसे क्या कहेंगे. ऐसा ही एक मामला फिराजाबाद में देखने को मिला है. प्रसव के दौरान युवती का सरकारी डॉक्टरों द्वारा ऑपरेशन किया गया और महिला के पेट में स्पंज छोड़ दिया गया. जिसके बाद महिला को दर्द हुआ तो दोबारा ऑपरेशन कराना पड़ा. लेकिन डॉक्टरों की यह गलती युवती पर भारी पड़ गई और युवती अब कभी मां नहीं बन सकती. इसको लेकर युवती ने सभी जगह गुहार लगाई. लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद युवती ने तंग आकर यूपी के राज्यपाल से इच्छामृत्यु की मांग की है.
ऑपरेशन के दौरान पेट में स्पंज छूटने के कारण हुआ इंफेक्शन
फिरोजाबाद के हुमांयूपुर में रहने वाली युवती अंकिता भारद्वाज ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि 22 फरवरी 2021 को प्रसव पीड़ा होने पर वह सरकारी महिला अस्पताल में भर्ती हुई थी. जहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए बोला. उसके बाद डॉक्टरों द्वारा उनका ऑपरेशन किया गया. लेकिन डॉक्टरों ने उनके पेट में सर्जिकल स्पंज छोड़ दिया. इस बात का उनको कुछ पता नहीं चला. बेटी के जन्म होने के कुछ महीने बाद उनको पेट में दर्द हुआ. जब उन्होंने डॉक्टर को दिखाया तो पेट में स्पंज बताया गया. जिसको फिर ऑपरेशन के बाद निकाला गया. लेकिन इसके कारण उनके पेट में इंफेक्शन फैल गया और उनके पेट में दर्द जैसी दिक्कत होती रही. फिर एक बार उन्होने डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि स्पंज के कारण पेट में अन्य बीमारी हो गई है. लेकिन उन्हें सबसे बड़ा झटका तब लगा जब बताया गया कि वह अब कभी मां नहीं बन पाएंगी. इसके बाद उन्होने डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए हर जगह गुहार लगाई. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब वह अपनी जिंदगी से परेशान हो चुकी हैं.
राज्यपाल से मांगी इच्छामृत्यु
अंकिता ने बताय़ा कि पेट में संक्रमण के चलते उसका तीसरा ऑपरेशन किया गया और सर्जिकल स्पंज आंतों से चिपका मिला और बड़ी आंत संक्रमित हो गई. इसके बाद डॉक्टरों ने बड़ी आंत को काटकर निकाल दिया. इसके बाद उनका पाचन तंत्र काफी प्रभावित हो गया. अब उन्हें काफी दिक्कत हो रहीं है. इसके बारे में उन्होंने मेडिकल कॉलेज की तत्कालीन महिला प्राचार्या सीएमओ, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री तक को अवगत कराया है. लेकिन आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है.उनका जीवन बर्बाद हो चुका है. इसलिए उन्होंने यूपी की राज्यपाल से इच्छामृत्यु की मांग की है.
Tags: Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 23, 2024, 10:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed