हाथरस कांड का महिलाओं ने बताया आंखों देखा हाल पेड़ की टहनियां पकड़कर बचाई जान
हाथरस कांड का महिलाओं ने बताया आंखों देखा हाल पेड़ की टहनियां पकड़कर बचाई जान
Hathras Stampede accident : फिरोजाबाद के सत्यनगर में रहने वाली आरती देवी ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए हाथरस में हुई घटना के बारे में जानकारी दी. महिला ने कहा कि वह पिछले दस सालों से भोले बाबा के सत्संग में जा रही हैं.
धीर राजपूत/ फिरोजाबाद: हाथरस में सत्संग के बाद मची भगदड़ में सैकड़ों लोगों की जान चली गई, इस सत्संग में शामिल होने के लिए कई जिलों से लोग पहुंचे थे. लेकिन कुछ लोग तो घर वापस लौट आए और कुछ हादसे का शिकार हो गए. यूपी के फिरोजाबाद से भी लोग बसों में बैठकर इस सत्संग में गए थे, लेकिन बड़ी मुश्किल से वहां से जान बचाकर घर वापस लौट सके. वहीं देर रात लौटने के कारण घर वाले भी चिंतित हो गए और अपने-अपने परिजनों को फोन मिलाने में लगे रहे. लेकिन जब बस वापस आ गईं तब घर वालों ने चैन की सांस ली.
पांच बसों में बैठकर गए थे सत्संग में शामिल होने
फिरोजाबाद के सत्यनगर में रहने वाली आरती देवी ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए हाथरस में हुई घटना के बारे में जानकारी दी. महिला ने कहा कि वह पिछले दस सालों से भोले बाबा के सत्संग में जा रही हैं. जब भी कहीं सत्संग होता है फिरोजाबाद से बसों में बैठकर लोग सत्संग सुनने जाते हैं. कल भी फिरोजाबाद से पांच बसों में बैठकर लोग सत्संग सुनने गए थे. वह भी उसमें बैठकर गई थी. भोले बाबा का सत्संग दोपहर 12 बजे शुरु हुआ था और 1 बजे खत्म हो गया था. लेकिन वहां हुई घटना को न केवल उन्होने अपनी आंखों से देखा बल्कि खुद भी उसमें फंस गई थी. महिला ने कहा कि सत्संग खत्म होने के बाद गुरु जी वहां से निकले तो लोग उन्हें देखने के लिए सड़क की तरफ दौड़े, लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण भगदड़ मच गई. लोग अलग-अलग भागने लगे. वह भी उस भीड़ में शामिल थी, लेकिन तभी उन्होंने देखा कि सड़क किनारे गड्ढे से लोग सड़क पर पहुचने के लिए कूदने लगे और एक के ऊपर एक गिरने लगे. जिसमें सैकड़ों लोग नीचे दबते चले गए. वह दूसरी तरफ भागी और एक व्यक्ति का सहारा लेकर सड़क पर पहुंच गई. फिर उसके बाद अपनी बस में बैठकर वह घर आ गईं.
पेड़ की डाली ने बचा ली जान
फिरोजाबाद के सत्यनगर में रहने वाली मछला देवी ने आपबीती बताते हुए कहा कि भोले बाबा के सत्संग को सुनने के लिए वह अन्य महिलाओं के साथ बस में बैठकर हाथरस गई थीं. लेकिन सत्संग खत्म होने के बाद वहां लोगों की भगदड़ मच गई. वहां लगभग एक लाख से भी ज्यादा लोगों की भीड़ थी, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. सत्संग खत्म होने के बाद वह भी भीड़ के साथ बाहर निकल रही थीं. उन्होंने अपनी आंखों से लोगों को मरते हुए देखा. एक के ऊपर एक गिर रहे लोगों को देख वह भी सड़क पर पहुंचने के लिए दूसरी तरफ मुड़ गई और वहां एक पेड़ की डाली को पकड़ वह सड़क पर पहुंच गई. लेकिन वहां की हालत बहुत खराब थी. कोई किसी की नहीं सुन रहा था. चीख-पुकार मची हुई थी. सड़कों पर लगे सेवादार भी लोगों को काबू नहीं कर पा रहे थे. वहीं इधर हादसे की खबर सुनते ही घर वाले भी परेशान हो गए और वह फोन लगाते रहे, लेकिन भीड़ में फंसे होने के कारण वह फोन नहीं उठा पा रही थी. जब वहां से बस में बैठकर घर के लिए निकल आईं उसके बाद घर वालों से बात की तब चैन मिला.
Tags: Hathras news, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 3, 2024, 11:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed