कौन हैं परी बिश्नोई साध्वी की तरह बिताई जिंदगी फिर ऐसे बनीं आईएएस अफसर

Pari Bishnoi IAS Success Story: आईएएस परी बिश्नोई अक्सर चर्चा में रहती हैं. कभी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के रूटीन को लेकर, कभी बिश्नोई समाज की पहली महिला आईएएस अधिकारी बनकर तो कभी अपनी शादी की वजह से. परी बिश्नोई ने 12वीं में ही आईएएस अधिकारी बनने का फैसला कर लिया था. पढ़िए आईएएस परी बिश्नोई की सक्सेस स्टोरी.

कौन हैं परी बिश्नोई साध्वी की तरह बिताई जिंदगी फिर ऐसे बनीं आईएएस अफसर
नई दिल्ली (Pari Bishnoi IAS Success Story). यूपीएससी परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल है. इसे पास कर पाना आसान नहीं है. हर साल लाखों युवा यूपीएससी परीक्षा देते हैं. उनमें से कुछ ही सफलता की इबारत रच पाते हैं. आईएएस परी बिश्नोई राजस्थान के अजमेर की रहने वाली हैं. उन्होंने 12वीं में ही फैसला कर लिया था कि आगे जाकर आईएएस अफसर बनना है. हालांकि उनके लिए यह राह आसान नहीं थी. परी बिश्नोई समाज की पहली महिला आईएएस अधिकारी हैं. आईएएस परी बिश्नोई का जन्म 26 फरवरी 1996 को राजस्थान के बीकानेर में हुआ था. उनके पिता मनीराम बिश्नोई एडवोकेट और मां सुशीला बिश्नोई अजमेर में जीआरपी थानाधिकारी हैं (Pari Bishnoi IAS Family). उन दोनों ने बचपन से ही परी को आगे बढ़ते रहने और अपने मन का काम करने के लिए प्रोत्साहित किया था. परी के पति भव्य बिश्नोई हरियाणा राज्य के लोकप्रिय युवा नेता हैं (Pari Bishnoi IAS Husband). Pari Bishnoi IAS Education Qualification: टॉप यूनिवर्सिटी से की पढ़ाई आईएएस परी बिश्नोई ने अजमेर में स्थित सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ाई की है. 12वीं के बाद हायर एजुकेशन के लिए वह दिल्ली शिफ्ट हो गई थीं. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के साथ ही सरकारी नौकरी (Sarkari Naukri) की तैयारी भी शुरू कर दी थी. आईएएस परी बिश्नोई ने अजमेर की एमडीएस यूनिवर्सिटी (MDS University) से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. यह भी पढ़ें- टॉप कॉलेज से किया लॉ, फिर संगीत में एमए, बिना कोचिंग के बन गईं IAS अफसर IAS Pari Bishnoi UPSC: यूपीएससी में दो बार हुईं फेल परी बिश्नोई ने यूपीएससी परीक्षा के तीन अटेंप्ट दिए थे. इस बीच वह नेट-जेआरएफ परीक्षा (NET JRF Exam) में पास हो गई थीं. लेकिन उन्हें सिविल सर्विस में ही करियर बनाना था और इसीलिए वह देश की सबसे कठिन परीक्षा की तैयारी करने में जुटी रहीं. आखिरकार साल 2019 में यूपीएससी परीक्षा के तीसरे अटेंप्ट में 30वीं रैंक (Pari Bishnoi IAS Rank) के साथ वह आईएएस बन गई थीं. उन्हें सिक्किम कैडर अलॉट किया गया था. फिर शादी के बाद उन्होंने हरियाणा कैडर में ट्रांसफर की मांग की थी. Pari Bishnoi IAS Age: यूपीएससी के लिए बन गईं साध्वी आईएएस परी बिश्नोई सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं. इंस्टाग्राम पर उनके 2 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी. वह मोबाइल तक का इस्तेमाल नहीं करती थीं. आईएएस परी बिश्नोई ने एक इंटरव्यू में बताया था कि यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए उन्होंने साध्वी जैसा जीवन बिताना शुरू कर दिया था. अपनी मेहनत के दम पर वह सिर्फ 23 साल की उम्र में आईएएस अफसर बन गई थीं. यह भी पढ़ें- IAS बनने के लिए जरूरी हैं ये स्किल्स, इनके बिना भूल जाइए सरकारी नौकरी Tags: IAS Officer, Motivational Story, Success Story, UPSCFIRST PUBLISHED : October 20, 2024, 09:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed