डोनाल्ड ट्रंप ने जिसे बनाया हेल्थ एजेंसी का मुखिया वह यहां से की स्कूलिंग

Success Story: डोनाल्ड ट्रंप ने जिस भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. जय भट्टाचार्य (Jay Bhattacharya) को NIH का मुखिया बनाया है, उन्होंने इस नामी यूनिवर्सिटी से MD और पीएडी की डिग्री हासिल की हैं.

डोनाल्ड ट्रंप ने जिसे बनाया हेल्थ एजेंसी का मुखिया वह यहां से की स्कूलिंग
Success Story: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. जय भट्टाचार्य (Jay Bhattacharya) को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) का मुखिया बनाया है. यह घोषणा मंगलवार को हुई, जिसमें उन्होंने सार्वजनिक स्वास्थ्य और चिकित्सा अनुसंधान में सुधार का संकल्प लिया है. ट्रंप ने एक बयान में कहा कि डॉ. भट्टाचार्य डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज (HHS) के लिए नामित रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर के साथ मिलकर काम करेंगे. भट्टाचार्य इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी बन गए हैं. ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि मैं डॉ. जय भट्टाचार्य को NIH के निदेशक के रूप में नामित करते हुए बहुत ही खुशी हुई है. वह रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर के साथ अमेरिका की मेडिकल रिसर्च सिस्टम को पुनर्जीवित करेंगे और महत्वपूर्ण खोजों में योगदान देंगे. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से की पढ़ाई डॉ. भट्टाचार्य 56 वर्ष के हैं और वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में हेल्थ पॉलिसी के प्रोफेसर हैं और पब्लिक हेल्थ पॉलिसियों पर अपने विचारों के लिए चर्चित हैं. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार उन्होंने अपनी स्कूलिंग क्लेरमॉन्ट हाई स्कूल से पूरी की हैं. इसके बाद वह स्टैनफोर्ड से एमडी और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है. वह ग्रेट बैरिंगटन के को-राइटर हैं, जिसमें COVID-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन के दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभावों पर जोर दिया गया था. उनका रिसर्च कमजोर आबादी के स्वास्थ्य और कल्याण पर केंद्रित है, जिसमें सरकारी कार्यक्रमों और आर्थिक कारकों के प्रभाव का विश्लेषण शामिल है. विवादास्पद विचार और पब्लिक हेल्थ पॉलिसियां डॉ. भट्टाचार्य ने वैक्सीन अनिवार्यता की आलोचना करते हुए कहा है कि इससे जनता का भरोसा कम होता है. वे मिसौरी बनाम बाइडेन मामले में वादी भी रहे हैं, जो सोशल मीडिया पर रूढ़िवादी विचारों को दबाने के खिलाफ एक महत्वपूर्ण मुकदमा था. एलन मस्क ने उन्हें वर्ष 2022 में ट्विटर मुख्यालय आमंत्रित किया, जहां उन्होंने यह जांच की कि उनके विचारों को कैसे दबाया गया. भट्टाचार्य NIH में कैनेडी के साथ मिलकर अमेरिका की स्वास्थ्य चुनौतियों के समाधान की दिशा में काम करेंगे. भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गौरव का पल भट्टाचार्य की नियुक्ति भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व का विषय है. इससे पहले ट्रंप ने विवेक रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी का नेतृत्व करने के लिए चुना था. डॉ. भट्टाचार्य और उनकी टीम NIH को एक नई दिशा में ले जाने की तैयारी कर रही है. ट्रंप की इस घोषणा से मेडिकल रिसर्च और पब्लिक हेल्थ पॉलिसी में बड़े बदलाव की उम्मीदें जागी हैं. ये भी पढ़ें… नर्सरी में अपने बच्चों का कराना है एडमिशन, तो तैयार रखें ये डॉक्यूमेंट्स, नहीं तो होगी दिक्कत Indian Bank में बिना लिखित परीक्षा नौकरी पाने का अवसर, बस करना है ये काम, 50000 महीने की है सैलरी Tags: Donald Trump, Education newsFIRST PUBLISHED : November 28, 2024, 14:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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