Delhi-NCR के लिए वारदान बनेगी फ्रेट कॉरिडोर की लिंक लाइन जानें कहां है

डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन (DFCC) ने ईस्टर्न कॉरिडोर कोलकाता से लुधियाना तक बनाया है. वहीं वेस्टर्न कॉरिडोर दादरी से मुम्बई तक बनाया गया है. अच्छी खबर यह है कि दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) और वेस्टर्न यूपी के कारोबारी थोड़े से ही फासले पर बोड़ाकी और दादरी रेल स्टेशन से ईस्टर्न और वेस्टर्न कॉरिडोर का फायदा ले सकेंगे. बोड़ाकी (Bodaki) रेलवे स्टेशन से खुर्जा (Khurja) तक 50 किमी की एक लम्बी लाइन बिछाकर वेस्टर्न कॉरिडोर से जोड़ा जा रहा है.

Delhi-NCR के लिए वारदान बनेगी फ्रेट कॉरिडोर की लिंक लाइन जानें कहां है
नोएडा. इसी साल अगस्त से दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) और वेस्टर्न यूपी (West UP) के कारोबार को रफ्तार मिलने वाली है. तेज रफ्तार के साथ सस्ते दाम में कारोबारी अपना माल मुम्बई और कोलकाता तक भेज सकेंगे. इसके लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन (DFCC) ने एक लिंक लाइन तैयार की है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि जुलाई के आखिर तक यह लाइन तैयार हो जाएगी. अगस्त में संचालन के लिए इसे हरी झंडी दिखा दी जाएगी. खास बात यह है कि यह लिंक लाइन ईस्टर्न कॉरिडोर (Eastern Corridor) और वेस्टर्न कॉरिडोर (Weastern Corridor) को आपस में जोड़ने का काम करेगी. लिंक लाइन दिल्ली-एनसीआर में बोड़ाकी (Bodaki) और खुर्जा के बीच तैयार की गई है. लिंक लाइन को पीएम दिखा सकते हैं हरी झंडी डीएफसीसी से जुड़े सूत्रों की मानें तो बोड़ाकी रेल स्टेशन से खुर्जा तक की लिंक लाइन का काम लगभग पूरा हो चुका है. बाकी का मामूली सा काम जुलाई के आखिर तक पूरा कर लिया जाएगा. दूसरी ओर ईस्टर्न कॉरिडोर की मेन लाइन का काम भी जुलाई के आखिर तक पूरा होने की उम्मीद है. ऐसा माना जा रहा है कि 15 अगस्त को पीएम नरेन्द्र मोदी लिंक लाइन पर ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं. बुधवार को डीएफसीसी के अफसरों ने मेन लाइन के साथ ही लिंक लाइन का भी रेल यान में बैठकर निरीक्षण किया. इस दौरान जरूरी उपाय भी सुझाए. ईस्टर्न-वेस्टर्न कॉरिडोर पर शुरू हो सकती है रोरो सर्विस डीएफसीसी का ईस्टर्न कॉरिडोर कोलकाता तक तो वेस्टर्न कॉरिडोर मुम्बई तक जाता है. दोनों ही बड़े कारिडोर हैं. दोनों ही रूट पर कई बड़े कारोबारी शहर हैं. अगर ईस्टर्न और वेस्टर्न कॉरिडोर पर सफलतापूर्वक रोरो सर्विस शुरू हो जाती है तो यह प्रदुषण के लिहाज से भी एक बड़ा कदम होगा. रोरो के शुरू होने से सड़कों पर ट्रक और टैंकर्स की संख्या कम हो जाएगी. इससे वायु प्रदुषण भी नहीं फैलेगा. अगर ऐसा होता है तो इससे सबसे बड़ी राहत दिल्ली-एनसीआर को ही मिलेगी. Delhi-NCR वालों को जल्द ही हाईटेक टाउनशिप में घर खरीदने का मिलेगा मौका, जानें प्लान डीएफसीसी से जुड़े सूत्रों की मानें तो रोरो सर्विस की शुरुआत एक मालगाड़ी पर 45 ट्रक से की जाएगी. हालांकि डबल डेकर गाड़ी आने के बाद यह संख्या बढ़ भी सकती है. कोकंण रेलवे ने भी इस तरह का प्रयास शुरु कर दिया है. गौरतलब रहे इससे पहले दिल्ली के प्रदुषण को देखते हुए नॉर्थन रेलवे ने भी रोरो सर्विस का ट्रॉयल किया था. अब यह पहला मौका होगा ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Dadri News, Dedicated Freight Corridor, Delhi-ncr, West UPFIRST PUBLISHED : July 01, 2022, 12:04 IST