कभी डकैत डिसाइड करते थे यहां का सांसद विधायक कौन बनेगा जानिए क्या हैं आज
कभी डकैत डिसाइड करते थे यहां का सांसद विधायक कौन बनेगा जानिए क्या हैं आज
चित्रकूट पाठा क्षेत्र के डोडामाफी, मारकुंडी, गोपीपुर, जैसे अन्य दर्जनों गांवो में एक समय शाम 7 बजते ही घरों के दरवाजे बंद हो जाते थे. चुनाव नजदीक आते ही डकैतों की दबंगई गांवो में शुरू हो जाती थीं. गांव के लोगों को लाठी डंडे और बंदूक की बल पर अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगा करते थे.
विकाश कुमार/ चित्रकूट : बुंदेलखंड का चित्रकूट पाठा क्षेत्र हमेशा से डकैतों का गढ़ रहा है. यहां एक से बढ़कर एक खूंखार डकैत हुआ करते थे. जो जंगल में रहकर भी यूपी की सरकार के साथ-साथ जिले के सांसद, विधायक तक अपने फरमान भेजा करते थे. ऐसे में जैसे ही चुनाव नजदीक आता था. यह अपने जुल्म का कहर आम जनता पर ढाहना शुरू कर देते थे. वोटिंग के दिन गांव में घुसकर लाठी डंडों के बल पर अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोटिंग करवाते थे.
डकैत करते थे अपने प्रत्याशी का प्रचार
हम बात कर रहे हैं चित्रकूट पाठा क्षेत्र के डोडामाफी, मारकुंडी, गोपीपुर, जैसे अन्य दर्जनों गांवो की जहां एक समय शाम 7 बजते ही घरों के दरवाजे बंद हो जाते थे. चुनाव नजदीक आते ही डकैतों का बोलबाला गांवो में शुरू हो जाता था. वह गांव के लोगों को लाठी डंडे और बंदूक के बल पर उनसे मारपीट कर अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगा करते थे. जो भी इस बात का उनसे विरोध करता था. उनको वह मारपीट कर जंगलों में फेंक आते थे. जानकारी के लिए बता दें चित्रकूट जिले में पांचवे चरण में 20 मई को मतदान है.
ग्रामीण बोले चुनाव के समय होता था फरमान जारी
वही मारकुंडी गांव के मनोज द्विवेदी ने बताया कि एक समय था, जब उनके गांव में लोग शाम होते ही घर से निकलते नहीं थे. अंदर होने का सब से बड़ा कारण यह था कि शाम होते ही डकैतों की चहलकदमी शुरू हो जाती थी. जैसे ही चुनाव नजदीक आता था. उस समय ग्रामीणों के अंदर एक अलग दहशत देखने को मिलती थी. क्योंकि चुनाव के समय डकैत किसी भी समय गांव में आकर अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगना शुरू कर देते थे. अगर कोई इसका विरोध करता था तो वह उन्हें लाठी डंडों से मारकर अधमरा कर देते थे. लेकिन बदलते दौड़ के साथ अब स्थिति कुछ और है. अब गांव के लोग आराम से खुलकर अपना जीवनयापन कर रहे हैं और खुलकर अपने मत का प्रयोग कर रहे हैं.
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Tags: Chitrakoot News, Local18FIRST PUBLISHED : April 29, 2024, 17:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed