मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में क्यों हार गई BJP साधु-संतों ने बताई असली वजह
मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में क्यों हार गई BJP साधु-संतों ने बताई असली वजह
Why BJP Loss Ayodhya: लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद हर किसी के मन में ये सवाल जरूर उठ रहा है कि आखिर बीजेपी अयोध्या सीट कैसे हार गई. वहां के साधु-संत और लोकल लोगों ने कुछ खास वजह बताई है, जो आपको भी जरूर जाननी चाहिए.
अयोध्या: डबल इंजन की सरकार आने के बाद अयोध्या में विकास की गंगा बहने लगी. साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में जैसे ही फैसला दिया, वैसे ही अयोध्या में मंदिर का निर्माण शुरू हो गया. 22 जनवरी को प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होकर दिव्य दर्शन दे रहे हैं. मंदिर निर्माण के साथ पूरी अयोध्या का कायाकल्प भी भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने बदल डाला. लेकिन, 2024 लोकसभा चुनाव में अयोध्या से भाजपा के उम्मीदवार को करारी हार का भी सामना करना पड़ा. ऐसे में सभी के मन में ये सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर अयोध्या में इतना विकास होने के बावजूद बीजेपी क्यों हार गई.
इस सवाल का जवाब जानने के लिए लोकल 18 की टीम अयोध्यावासियों के पास पहुंची. संत समाज ने इस हार को शर्मनाक बताते हुए कहा कि हिंदुओं के 500 वर्षों के संघर्ष को जिसने सुखद परिणाम में बदला. जिसने अयोध्या का नया इतिहास रचा. आखिर बीजेपी अयोध्या ही नहीं, अयोध्या मंडल की सीट कैसे हार गई. संत और आम जनमानस ने मानते हैं कि मार्ग चौड़ीकरण के दरमियाॉं तोड़फोड़ मुख्य मुद्दा रहा. इतना ही नहीं, कहा जा रहा है कि 35000 से ज्यादा बीजेपी के वोटरों ने मतदान नहीं किया, जो प्रमुख वजह बताई जा रही है. इसके साथ ही व्यापारियों ने सांसद के व्यवहार और मात्र अयोध्या धाम के विकास को लेकर भी वजह मान रहे हैं.
कम मतदान एक बड़ी वजह मान रहे लोग
व्यापारियों ने माना कि वीआईपी मूवमेंट के दरमियां रोक-टोक और तोड़फोड़ भी इस चुनावी परिणाम में मुख्य वजह रही. हालांकि, आम जनमानस भी दबे मन से इस बात को मान रहे हैं कि अयोध्या जहां से प्रत्येक वर्ष बीजेपी बहुमत से जीती थी. इस बार कम मतदान हुआ. लेकिन बावजूद अयोध्या विधानसभा से बीजेपी जीती है. इसके अलावा अयोध्या जनपद के ग्रामीण अंचल से बीजेपी को करारी हार देखने को मिली शायद यही वजह थी. क्योंकि अयोध्या धाम के अलावा अयोध्या जनपद में कहीं विकास नहीं देखने को मिला. ग्रामीण अंचल विकास से अछूते रहे.
विकास से अछूते रहे ग्रामीण क्षेत्र?
वहां के लोकल लोगों का मानना है कि सबसे प्रमुख वजह भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह के व्यवहार से भी व्यापारी असंतुष्ट हैं. आए दिन होने वाले वीआईपी मूवमेंट के दरमियां की जाने वाली प्रशासनिक बंदिशें को भी वजह मान रहे हैं. वजह चाहे जो भी हो. लेकिन, बीजेपी के साथ-साथ अयोध्या वासियों के लिए भी यह चुनावी परिणाम आश्चर्यचकित करने वाला था. अयोध्या कमिश्नरी जिसमें प्रमुख रूप से अमेठी, बाराबंकी और अंबेडकर नगर शामिल है. मंडल की सभी सीटें इंडिया गठबंधन के खाते में गई हैं.
Tags: Ayodhya City News, Ayodhya News, Local18, Ram Mandir, UP newsFIRST PUBLISHED : June 5, 2024, 16:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed