सावन में रामलला के वस्त्र और भोग में बदलाव जानें अब क्या खा रहे प्रभु राम

श्री राम जन्मभूमि के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया की ऋतु के हिसाब से रामलला के वस्त्र और भोग में बदलाव किया जाता है. सावन माह चल रहा है रामलला सूती वस्त्र धारण कर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं.

सावन में रामलला के वस्त्र और भोग में बदलाव जानें अब क्या खा रहे प्रभु राम
अयोध्या. सावन का पवित्र महीना चल रहा है और सावन के इस पवित्र महीने में रामलला के भोग में भी बड़ा बदलाव किया गया है. भगवान रामलला को सुबह श्रृंगार आरती के बाद बाल भोग में रबड़ी का भोग लगाया जाता है तो रात्रि में विश्राम के दौरान दूध पिलाया जाता है. ऋतु परिवर्तन होने के साथ ही बाल स्वरूप रामलला के भोग में भी परिवर्तन किया गया है और उन्हें अलग-अलग मौसम के अनुसार पौष्टिक आहार दिया जा है. राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के मुताबिक प्रतिदिन सुबह बालभोग, दोपहर में व्यंजनों का भोग और शाम को बालभोग लगाया जाता है और रात्रि में शयन आरती के बाद सूक्ष्म व्यंजनों का भोग लगाए जाने के बाद शयन के दौरान एक ग्लास दूध और पानी भी उनके कक्ष में रखा जाता है. इतना ही नहीं सावन में रामलला सूती वस्त्र धारण कर भक्तों को अद्भुत दर्शन दे रहे हैं. मौसम के हिसाब से किया जाता है बदलाव आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि सावन माह शुरू हो गया है और सावन माह में प्रभु राम को भोग में रबड़ी और दूध का भोग लगाया जा रहा है. साथ ही जब ऋतु परिवर्तन होते हैं तो ऋतु के हिसाब से रामलला को भोग लगाया जाता है. भोग लगाते वक्त पुजारी इस बात का विशेष ध्यान भी रखते हैं की मौसम के हिसाब से किन व्यंजनों का भोग लगाया जाए ताकि बालक राम स्वस्थ रहे. रामलला के वस्त्र और भोग में बदलाव श्री राम जन्मभूमि के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया की ऋतु के हिसाब से रामलला के वस्त्र और भोग में बदलाव किया जाता है. सावन माह चल रहा है रामलला सूती वस्त्र धारण कर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. भोग में रबड़ी दूध और दही का भोग लगाया जा रहा है. जिसमें सुबह के टाइम रबड़ी तो शाम के टाइम दूध का भोग बालक राम को लगाया जाता है. Tags: Ayodhya News, Ayodhya ram mandir, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 14:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed