कांग्रेस नेताओं उनके बच्चों को बांट दिए पद अब आई मंत्री की सफाई कहा
कांग्रेस नेताओं उनके बच्चों को बांट दिए पद अब आई मंत्री की सफाई कहा
कर्नाटक में जब से राज्य वन्यजीव बोर्ड (SBWL) बना है, तभी से विवाद हो रहा है. क्योंकि बोर्ड में कांग्रेस के कई नेताओं और नेताओं के बच्चों को शामिल कर लिया गया है. इस मामले में अब वन मंत्री ईश्वर खंड्रे की सफाई आई है.
कर्नाटक में सरकार ने राज्य वन्यजीव बोर्ड (SBWL) का गठन किया है. इसका मकसद वन्य जीवों और इंसानों के बीच होने वाली भिड़ंंत को रोकना है. क्योंकि कर्नाटक में वन्य जीवों की वजह से हर हफ्ते एक शख्स की मौत हो जाती है. लेकिन जब से ये बोर्ड बना है, तभी से इस पर विवाद हो रहा है. क्योंकि वन्यजीव बोर्ड में कांग्रेस के कई नेताओं और नेताओं के बच्चों को शामिल कर लिया गया है. इस मामले में अब वन मंत्री ईश्वर खंड्रे की सफाई आई है. जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि युवाओं की नियुक्ति में गलत क्या है?
नियमों के अनुसार वन्य जीव बोर्ड में तीन विधायी सदस्य, वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र में काम कर रहे गैर सरकारी संगठनों के तीन प्रतिनिधि और 10 प्रख्यात संरक्षणवादी, पारिस्थितिकीविद और पर्यावरणविद शामिल किए गए हैं. लेकिन बोर्ड में कांग्रेस नेताओं के बच्चों को शामिल करने पर सवाल उठ रहे हैं.
कौन-कौन शामिल जिस पर हो रहा विवाद
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बोर्ड में एम बी पाटिल के बेटे ध्रुव एम पाटिल, पूर्व खनन मंत्री और धारवाड़ विधायक विनय कुलकर्णी की बेटी वैशाली कुलकर्णी और कांग्रेस प्रवक्ता संकेत पूवैया को पर्यावरणविद के रूप में शामिल किया गया है. इनके साथ रामदुर्ग के विधायक अशोक पट्टन, गुंडलुपेट के विधायक एचएम गणेश प्रसाद और एमएलसी पुट्टन्ना को भी जगह दी गई है. इसे लेकर बीजेपी भी कांग्रेस को घेर रही है.
राजनीति के चश्मे से नहीं देखना चाहिए
लेकिन अब राज्य के वन मंत्री ने कहा, सारे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं. न्यूज18 से खास बातचीत में उन्होंने कहा, हमने इस काम में जुनूनी लोगों को चुना है. इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए. इन युवाओं में वह जुनून, प्रेरणा नजर आती है. वे वन्य जीव संरक्षण के लिए बहुत काम करना चाहते हैं. तो उन्हें अवसर क्यों नहीं देना चाहिए? आखिर इसमें गलत क्या है? वे केवल फोटोग्राफर नहीं हैं. उनके पास जानवरों के व्यवहार का अध्ययन करने का दो से तीन साल का अनुभव है. वे अपने कौशल को निखारना चाहते हैं. उन्हें वास्तविकता का ज्ञान है.
Tags: Karnataka CM, Karnataka Congress, Karnataka NewsFIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 22:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed