गेल और सेल में क्या होता है अंतर नौकरी के लिए दोनों में कौन बेहतर
गेल और सेल में क्या होता है अंतर नौकरी के लिए दोनों में कौन बेहतर
GAIL Vs SAIL: गेल और सेल दोनों में काफी अंतर होता है. अगर आप इन दोनों में नौकरी पाने के इच्छुक हैं, तो सबसे पहले दिए गए तमाम बातों को ध्यान से जरूरी पढ़ें.
GAIL Vs SAIL: गेल और सेल दोनों में नौकरी (Sarkari Naukri) पाना हर किसी का सपना होता है. इस सपने को पूरा करने के लिए एक गेल और सेल द्वारा आयोजित परीक्षा को पास करना होता है. इसके अलावा ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट फॉर इंजीनियरिंग, जिसे आमतौर पर गेट के नाम से जाना जाता है, वह भारत में इंजीनियरिंग ग्रेजुएटों के लिए कई अवसरों का प्रवेश द्वार खोल देती है. गेट के माध्यम से भर्ती करने वाले पीएसयू में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) और गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (GAIL) शामिल हैं. दोनों संगठन आशाजनक करियर की संभावनाएं प्रदान करते हैं, लेकिन दोनों में से किसी एक को चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
गेल और सेल में बेहतर कौन
GATE के बाद गेल और सेल के बीच चयन करना विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि कैरियर के लक्ष्य, नौकरी की भूमिकाएं और वर्किंग एनवायरमेंट कार्य. स्टील क्षेत्र में एक प्रमुख सार्वजनिक उपक्रम सेल, वैलेंस वर्किंग लाइफ एनवायरमेंट के साथ ऑपरेशन, रखरखाव और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में विविध अवसर प्रदान करता है. प्राकृतिक गैस क्षेत्र में एक प्रमुख सार्वजनिक उपक्रम गेल, गैस प्रोसेसिंग और पाइपलाइन मैनेजमेंट में शुरुआती हाई पैकेज सैलरी और एडवांस्ड टेक्निक प्रदान करता है.
गेल और सेल में भूमिकाएं और जिम्मेदारियां
गेल और सेल में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए प्रत्येक संगठन द्वारा दी जाने वाली विभिन्न भूमिकाओं को समझना आवश्यक है. गेल और सेल दोनों ही कई प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण पदों के लिए इंजीनियरों की भर्ती करते हैं, जो संगठनों के मुख्य ऑपरेशन को चलाने के लिए उनकी विशेषज्ञता का लाभ उठाते हैं. आइए गेल और सेल द्वारा दी जाने वाली विशिष्ट भूमिकाओं पर गहराई से चर्चा करता है, जो उम्मीदवारों को उनकी कैरियर आकांक्षाओं और रुचियों के आधार पर निर्णय लेने में मदद कर सकता है.
गेल द्वारा दी जाने वाली भूमिकाएं
एक्जीक्यूटिव ट्रेनी
विषय: केमिकल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इंस्ट्रूमेंटेशन, सिविल और कंप्यूटर साइंस.
जिम्मेदारियां: इन भूमिकाओं में गैस प्रोसेसिंग संयंत्रों का मैनेजमेंट, पाइपलाइन की रख-रखाव,प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और सुरक्षा सुनिश्चित करना और इंडस्ट्री स्टैंडर्ड का अनुपालन करना शामिल है.
असिस्टेंट इंजीनियर
फ़ोकस क्षेत्र: गैस वितरण, पाइपलाइन मैनेजमेंट और संयंत्र संचालन.
जिम्मेदारियां: इन भूमिकाओं में इंजीनियर गैस ट्रांसमिशन और वितरण नेटवर्क के तकनीकी और ऑपरेशनल पहलुओं पर काम करते हैं.
सेल द्वारा दी जाने वाली भूमिकाएं
मैनेजमेंट ट्रेनी (तकनीकी)
विषय: मैकेनिकल, मेटलर्जिकल, इलेक्ट्रिकल, केमिकल, इंस्ट्रूमेंटेशन और माइनिंग इंजीनियरिंग.
जिम्मेदारियां: इन भूमिकाओं में स्टील प्लांट में ऑपरेशनल, रखरखाव, गुणवत्ता नियंत्रण, अनुसंधान और विकास और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की देखरेख शामिल है.
एक्जीक्यूटिव ट्रेनी
विषय: केमिकल, सिविल, BIS (बिजनेस इंफॉर्मेशन सिस्टम), आदि.
जिम्मेदारियां: ये पद प्रक्रिया सुधार बुनियादी ढांचे के विकास और तकनीकी एडवांस्ड जैसे विशेष क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हैं.
गेल और सेल में मिलने वाली सैलरी, भत्ते
गेल और सेल में करियर बनाने पर विचार करते समय, सैलरी स्ट्रक्चर और संबंधित भत्तों को समझना एक सही निर्णय लेने के लिए महत्वपूर्ण है. दोनों पीएसयू प्रतिस्पर्धी सैलरी पैकेज प्रदान करते हैं, लेकिन उनके वेतनमान और लाभों में स्पष्ट अंतर हैं.
गेल
गेल ई-2 ग्रेड में एक्जीक्यूटिव ट्रेनियों की भर्ती करता है, जिनका वेतनमान 60,000 रुपये से लेकर 1,80,000 रुपये तक होता है. ट्रेनी कम प्रोबेशन पीरियड के दौरान उम्मीदवारों को 60,000 रुपये प्रति माह का मूल वेतन दिया जाता है.
सेल
उम्मीदवारों को ट्रेनिंग अवधि के दौरान 50,000 रुपये प्रति माह का मूल वेतन दिया जाएगा, जो 50,000 रुपये से 1,60,000 रुपये तक होगा. ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरा करने पर उन्हें 60,000 रुपये से 1,80,000 रुपये के वेतनमान पर रखा जाएगा.
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Tags: Central Govt Jobs, Government jobs, Govt Jobs, JobsFIRST PUBLISHED : August 8, 2024, 13:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed