रातभर लाशों के ढेर में बहन को खोजता रहा बेबस भाई रोते हुए बोला-अब तक

Hathras Stampede Live Updates: हाथरस भगदड़ के दौरान अब तक 121 अनुयायियों की मौत हो चुकी है. अभी भी परिजन अपने सगे संबंधियों को खोजने के लिए पोस्टमार्टम हाउस पहुंच रहे हैं. कासगंज अफजलपुर गांव के रहने वाले राकेश कुमार अपनी 50 साल की बहन हरिबेजी को खोजने के लिए दर-दर भटक रहे हैं. लेकिन, अभी तक उन्हें अपनी बहन की कोई जानकारी नहीं मिली है.

रातभर लाशों के ढेर में बहन को खोजता रहा बेबस भाई रोते हुए बोला-अब तक
हरिकांत शर्मा/ आगरा: हाथरस भगदड़ (Hathras Stampede) के दौरान अब तक 121 अनुयायियों की मौत हो चुकी है. अभी भी परिजन अपने सगे संबंधियों को खोजने के लिए पोस्टमार्टम हाउस पहुंच रहे हैं. इस हादसे को 20 घंटे से अधिक का समय हो गया है. लेकिन, अभी तक कुछ लोगों को उनके परिजनों की डेड बॉडी नहीं मिली है.  कासगंज अफजलपुर गांव के रहने वाले राकेश कुमार अपनी 50 साल की बहन हरिबेजी को खोजने के लिए दर-दर भटक रहे हैं. खबर लिखने तक उन्हें अपनी बहन के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिली है. कासगंज जिले के रहने वाले राकेश कुमार की 50 साल की बहन का ससुराल हाथरस के ही नजदीक अरतौनी के पास नगला लोधी में है . वह भी 20 से 25 लोगों के साथ हाथरस में बाबा साकार हरि के सत्संग सभा में शामिल होने के लिए गई थी. लेकिन, वापस नहीं लौटी. 20 घंटे बीत जाने के बाद भी .राकेश कुमार और उनका भाई अपनी बहन को खोज रहे हैं. लेकिन, अभी तक कोई खबर नहीं मिली है. 5 जिले घूम आए, नहीं मिली बहन लोकल-18 के कैमरे पर राकेश कुमार ने बताया कि जैसे ही उसने हादसे की खबर सुनी उसके पैरों तले जमीन खिसक गई . उनको मालूम था कि उनकी बहन सत्संग में गई है. अपनी बहन को खोजने के लिए सबसे पहले सिकंदराराउ के लिए दौड़े. उसके बाद हाथरस , अलीगढ़,  एटा, कासगंज और कासगंज से आगरा पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. इन सभी जगह पर उन्होंने लगभग 200 डेड बॉडी के चेहरे देखें, लेकिन हरिबेजी का कोई पता नहीं लगा . राकेश ने हेल्पलाइन नंबर से लेकर प्रशासन के द्वारा जारी लिस्ट में भी नाम देख लिया. लेकिन अभी तक उनकी बहन का कोई पता नहीं लगा. घर में पसरा मातम लापता हरिबेजी के भाई राकेश कुमार ने बताया कि उनकी बहन के चार बच्चे हैं. तीन लड़की एक लड़का, जिसमें दो लड़कियों की शादी हो चुकी है. उनके पति क्रांति प्रसाद बेहद सामान्य परिवार से हैं. खेती किसानी से ही गुजर बसर होती है. घर का ख्याल रखने की जिम्मेदारी उनकी बहन पर थी. अब घर में मातम है. अभी तक उन्हें यह भी नहीं पता कि उनकी बहन जिंदा है या उनकी मौत हो गई. Tags: Agra news, Hathras Case, Hathras news, Hathras News Today, Local18FIRST PUBLISHED : July 3, 2024, 11:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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